गेरुआ वस्त्रों से सजा काशी का बाजार: भगवान शिव के चित्र वाले वस्त्र की बढ़ी डिमांड

वाराणसी। शिव की नगरी काशी श्रवण महीना आते ही शिवमय हो जाती है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु की संख्या में इजाफा देखने को मिलता है। इस बार 22 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है। हालांकि सावन आने में अभी थोड़ा वक्त है लेकिन बाजारों में गेरुआ वस्त्रों की भरमार अभी से ही दिखने लगी है। ज्यादातर इन वस्त्रों में भी भगवान शिव के चित्र वाली वस्त्र की काफ़ी डिमांड है ।

गेरुआ वस्त्र के विक्रेता ने बताया कि सावन महीने में शिव भक्तों के बीच गेरुआ वस्त्र की डिमांड बढ़ जाती है। इस बार शिवभक्त भगवान् शिव के चित्र वाले टी – शर्ट , बैग , पर्स ,गेरुवा लोवर, टोपी की काफ़ी डिमांड है। जिस तरह से गेरुआ वस्त्रों की बिक्री हो रही है उसे देखकर लगता है कि इस बार श्रद्धालुओं की काफ़ी भीड़ होने वाली है। दुकानदारों की मानें तो भक्तों के लिए बने परिधानों को बेचने में दुकानदार भी काफ़ी खुश नजर आ रहे हैं उनका कहना है कि प्रदेश की सरकार ने कावड़ियों को सुविधा दे रही है जिसकी वजह से कावड़ियों की संख्या में जहां इजाफा हुआ है वहीं हमारे खरीददार भी बढ़ें हैं।

वाराणसी का मार्केट सावन से पहले ही भगवा रंग में रंगता नजर आ रहा है। काशी में श्रावण मास की तैयारियों को लेकर कांवरियां खरीदारी करने में जुटे हैं । इस बार बाज़र में कांवड़ियां भी फैशन के रंग में रंगे नज़र आएंगे । दरसल वाराणसी में श्रावण मास में लाखों की संख्या में शिव भक्त बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन – पूजन के लिए आते हैं । श्रावण की तैयारियों को लेकर इस बार कांवड़ियां फैशन वाले ड्रेस काफ़ी पसंद कर रहे हैं । कांवड़ियां बाज़र में भगवान शिव की तस्वीर लगी ड्रेस के साथ, महाकाल लिखे ड्रेस काफ़ी पसंद कर रहे हैं। वहीं व्यापारियों ने बताया कि वाराणसी के बाज़र में पूर्वांचल सहित कई प्रदेशों के लोग खरीदारी के लिए आते हैं और वह सभी इस बार फैशन वाले ड्रेस की डिमांड कर रहे है । व्यापारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा इस बार भगवान शिव की तस्वीर वाले टीशर्ट लोग काफी पसंद कर रहे हैं ।

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