काशी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी को मिला यू०जी०सी० द्वारा ऑटोनॉमस का दर्जा

वाराणसी – (काशीवार्ता)- मिर्जामुराद स्थित काशी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, को यू०जी०सी० द्वारा शैक्षणिक स्वायत्तता का दर्जा प्रदान किया गया। इसके सम्बन्ध में संस्थान के निदेशक डॉ० आशुतोष मिश्रा, डिप्टी डायरेक्टर (के०आई०टी०) डा० ए०के० यादव तथा कुलसचिव श्री मनोज कुमार प्रजापति ने वाराणसी स्थित एक होटल में पत्रकार वार्ता किया। डॉ० आशुतोष मिश्रा ने बताया कि इसी वर्ष हमारे संस्थान को ‘बी डबल प्लस ग्रेड से अच्छादित किया गया है। इसके उपरान्त हम लोगो द्वारा ऑटोनॉमस हेतु प्रयास किया गया। हमारा संस्थान पूर्वांचल का पहला नैक आच्छादित, पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक ख्यातिलब्ध संस्थान है। हम हर्ष के साथ बताना चाहते है कि अब हमारा संस्थान इस उपलब्धी के बाद पुरे उत्तर प्रदेश का पहला स्वायत्त संस्थान बन गया है। हमारे संस्थान में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों से भी छात्र/छात्रा अध्ययन के लिए आते है। हमारे पास एक विश्वस्तरीय आधारभूत संस्थान है तथा इंडस्ट्री के आवश्यकतानुसार शिक्षा पर कार्य किया जा रहा है। जिससे कि छात्रों को अत्यधिक लाभ हो सके तथा रोजगार परक शिक्षा पर माहौल तैयार किया जा सके। ऑटोनॉमस का दर्जा मिलने से संस्थान एक स्वतंत्र संस्था के रुप में कार्य करेगी जिससे कि समय से परीक्षा का अयोजन तथा परीक्षा परिणाम घोषित हो सकेगा एवं छात्रों को प्लेसमेन्ट आसानी से मिल सकेगा। संस्थान को 03 अक्टूबर 2024 को शैक्षणिक सत्र 2024-25 से 2028-29 तक 5 वर्षों की अवधि के लिए यू०जी०सी० द्वारा शैक्षणिक स्वायत्तता प्रदान की गई है।
इस अवसर पर संस्थान के वाईस चेयर मैन श्री विपुल जैन, श्री वत्सल जैन तथा काशी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के निदेशक डॉ० आशुतोष मिश्र ने समस्त संस्थान कर्मियों को बधाई दी है।

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