मारपीट के बाद मडुवाडीह थाने पहुँचे दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ दी तहरीर
वाराणसी।हिन्दू धर्म ग्रंथ रामायण में श्रवण कुमार भले ही अपने माता- पिता से अतुलनीय प्रेम के लिए जाने जाते थे, लेकिन आज के कलयुग में मडुवाडीह थानाक्षेत्र के पहाड़ी गेट बसंत बिहार कॉलोनी घुघुलपुर निवासी दो बेटों ने मकान की संपत्ति और धन आपस में अपने-अपने नाम करवाकर अपने माता-पिता को भी फ़िल्म बागवान की तरह बांट लिया।तय हुआ कि पिता छोटे बेटे और बहू के साथ रहेंगे और मां बड़े बेटे के साथ।छोटा बेटा यहीं रहता है जबकि बड़ा बेटा परिवार को लेकर बाहर।छोटे बेटे और बहू बुजुर्ग पिता को अपने साथ रखते हैं जबकि बड़ा बेटा बाहर रहने के कारण बुजुर्ग मां को नहीं ले गया।बुजुर्ग मां इसी घर में अपने ही पति से अलग रहती है।बुजुर्ग मां की देखरेख के लिए बेटी प्रायः आती जाती रहती है।बेटों की अनदेखी ने बुजुर्ग माँ-बाप की ऐसी दुर्दशा कर दी है कि उन्हें उम्र के इस पड़ाव में भी अलग तो रहना ही पड़ता है पारिवारिक कलह होने पर जीविकोपार्जन के लिए डर के मारे आपस में ही झगड़ना भी पड़ता है।बुजुर्ग सांस का आरोप है कि छोटे बेटे और बहू उनके ही बुजुर्ग पति पर दबाव बनवाकर आये दिन पिटाई करवाते हैं।इतना ही नहीं, जब उनकी बुजुर्ग महिला की बेटी ने उन्हें संभाला तो उनके साथ भी मारपीट करने लगे।