वाराणसी, 24 अक्टूबर, 2024: वाराणसी मंडल की मंडलीय टीम और संरक्षा विभाग ने एन.डी.आर.एफ. के साथ आज, 24 अक्टूबर, 2024 को 12:00 बजे बनारस कोचिंग डिपो यार्ड में फुल स्केल मॉकड्रिल का संयुक्त अभ्यास किया। इस अभ्यास में मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) रोशन लाल यादव, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी बलेन्द्र पाल, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (कैरेज एंड वैगन) अभिनव पाठक, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (ENHM) अभिषेक राय, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर रजत प्रिय, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) आर. एन. सिंह, मंडल परिचालन प्रबंधक रतन दीप गुप्ता, सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक पी. के. रावत, कोचिंग डिपो अधिकारी विनीत रंजन, सहायक मंडल सुरक्षा आयुक्त एस. तितियाल, सहायक मंडल इंजीनियर मुक्ता सिंह, ART और ARME इंचार्ज मनोज कुमार यादव, और मंडल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आर. जे. चौधुरी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
एन.डी.आर.एफ. की 11वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट रामभवन सिंह और उनके सहयोगी निरीक्षक सभाजीत यादव, प्रवीन उपाध्याय, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, बलराम सिंह, और संरक्षा विभाग के वरिष्ठ पर्यवेक्षक कर्मचारियों ने भी इस अभ्यास में योगदान दिया।
मॉकड्रिल के दौरान, 11:27 बजे नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली कि गाड़ी संख्या अप MDB स्पेशल का पांचवां कोच बनारस-वाराणसी जं. रेल खण्ड के OHE पोल संख्या एसएल 04 के पास चार चक्कों से डिरेल हो गया है और स्लीपर कोच संख्या 90281 में आग लग गई है, जिसमें नौ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दुर्घटना की सूचना मिलते ही, संबंधित अधिकारी और आपातकालीन सेवाएं, जैसे ART, ARME, NDRF, फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन, और लोकल पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गईं।
भारतीय रेल के दुर्घटना मैनुअल के अनुसार, सभी ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया, और मॉकड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। राहत और बचाव कार्य में आग बुझाना, यात्रियों को सुरक्षित निकालना, प्राथमिक उपचार देना, और दुर्घटना की समीक्षा करना शामिल था।
मॉकड्रिल के समापन पर मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने राहत और बचाव कार्यों की सराहना की और उम्मीद जताई कि भविष्य में टीम और भी अधिक सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगी।