ईडी के शिकंजे से बच नहीं सकेंगे झुनझुनवाला: जांच प्रक्रिया में उलझे, यहां बने दिवालिया और विदेशों में चल रहा कारोबार

वाराणसी(काशीवार्ता)। मूल रूप से बिहार के भागलपुर के रहने वाले दीनानाथ झुनझुनवाला पांच दशक पूर्व फेरी लगाकर कपड़े बेचा करते थे। बाद में उन्होंने झूला ब्रांड के नाम से वनस्पति घी और रिफाइंड तेल का काम शुरू किया। जल्दी ही झूला ब्रांड ने बिहार और उत्तर प्रदेश में अच्छी पैठ बना ली। बस यहीं से झुनझुनवाला मोटा पैसा कमाने की जुगत में लग गये। उन्होंने यूबीआई, एसबीआई सहित कई अन्य बैंकों के अधिकारियों की मदद से दो हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का लोन लिया, जो वापस नहीं किया। बताया जाता है कि उन्होंने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।

बैंको से करोड़ों का लोन लिया, लौटाया नहीं
आरोप है कि बोगस कंपनियां और फर्जी दस्तावेज के सहारे 11 बैंको से झुनझुनवाला ने करोड़ों का लोन लिया, लेकिन लौटाया नहीं। बैंक को ही गलत बताकर मुकर गए। करोड़ों लेन-देन के बीच उन्होंने ने एक-एक करके सभी फैक्ट्रियों को ताला लगा दिया। मगर कागजों में व्यापार चलता रहा। बैंक से लिए करोड़ों रुपयों को बेनामी संपत्तियों, जमीनों और रियल एस्टेट पार्टनरशिप में लगाया। बनारस के आशापुर, बिहार के सासाराम, मोतिहारी और डेहरी, पश्चिम बंगाल के पोर्ट, राजस्थान के जोधपुर, मध्य प्रदेश और मुंबई की कंपनियों पर ताला लगा। फिर सभी इंडस्ट्री बंद हो गई। सुननुनवाला के घर, आॅफिस-फैक्ट्री में अक्सर आग की घटना सामने आती रही है। 14 मई 2022 को भी नाटी इमली स्थित आवास पर आग लगने लगी थी, जिसमें दस्तावेज जलने की बात कही गई थी।

400 कॉपी प्रिंट आउट ईडी ने लिए
दीनानाथ झुनझुनवाला के घर से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 400 कॉपी प्रिंट आउट लिये हैं। ईडी शुक्रवार से वाराणसी में नाटीइमली स्थित उनके घर पर मौजूद थी। दस्तावेज खंगाले जा रहे थे। साथ ही, दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कोलकाता, राजस्थान सहित देश के अन्य ठिकानों पर पड़ताल की गई। सूत्रों के मुताविक, पिछले 10 साल के लेन-देन के सभी लेजर और फाइलों को जब्त किया गया है। ईडी ने 400 कॉपी प्रिंट आउट लिए, जिसमें कंपनी के लेन-देन की जानकारी जुड़ी है। इसके अलावा दीनानाथ और उनके बेटे सत्य नारायण झुनझुनवाला से कई राउंड पूछताछ कर चुकी है। उनके लैपटॉप भी जब्त कर लिए हैं और एकाउंटेंट-सीए, को जांच में सहयोग के लिए कहा गया है। सूत्रों की मानें तो ईडी के हाथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हैं।

2019 में सीबीआई ने दर्ज किया केस
उद्यमी झुनझुनवाला के खिलाफ 2019 में सीबीआई ने करीब 1000 करोड़ के बैंक फ्रॉड का केस दर्ज किया था। इसमें पंजाब नेशनल बैंक और बैंक आॅफ बड़ौदा के करीब 900 करोड़ हैं। उनकी कंपनी जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड सबसे बड़ी कर्जदार है। जेवीएल एग्रो ने देशभर में बैंक आॅफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक की अलग-अलग बैंक शाखाओं से बड़ा लोन लिया था। आरोप है कि बैंकर्स से मिलीभगत कर लोन लिए, और उसे लौटाया नहीं। खास बात यह है कि स्टॉक और बैलेंस शीट की गलत जानकारी देने के बावजूद बैंकों ने करोड़ों की क्रेडिट लिमिट दे दी थी। अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी की एंट्री हुई थी। इसकी जांच को लेकर वाराणसी में छापेमारी हुई। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने दो लैपटॉप और 100 से अधिक फाइलों को कब्जे में लिया है।

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