डेस्क। लोकसभा चुनाव नतीजों के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश का जौनपुर जिला गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। जौनपुर में बुधवार को पुलिस ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया। मारा गया बदमाश पत्रकार की हत्या में वांछित था और उस पर लूट और डकैती के 28 मामले दर्ज थे।
पुलिस अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जौनपुर के खेतासराय थाना इलाके में पुलिस टीम गस्त कर रही थी। इसी दौरान बाइक पर सवार बदमाश वहां पहुंचा और पुलिस टीम को देखते ही फायरिंग करने लगा। पुलिस द्वारा भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की गई, जिसमें वह ढेर हो गया।
इस मामले की जानकारी देते हुए जौनपुर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा द्वारा बताया गया कि मंगलवार की रात में पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश जौनपुर जनपद के खेतासराय थाना क्षेत्र में मौजूद हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं।
सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मुखबीर के बताए हुए स्थान पर पहुंची इस दौरान पुलिस टीम को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस द्वारा बदमाशों को फायरिंग करने से मना किया गया और आत्मसमर्पण करने के लिए बोला गया लेकिन बदमाश पुलिस टीम पर फायरिंग करते रहे।
ऐसे में पुलिस टीम द्वारा भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की गई। थोड़ी ही देर में वहां बदमाशों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई उसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची। पुलिस ने वहां पहुंची तो पता चला कि ईश्वरी नेवादा गांव का रहने वाला बदमाश प्रिंस सिंह मारा गया था।
प्रिंस सिंह के खिलाफ जौनपुर जनपद के अलावा उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और अयोध्या जनपद में तथा मुंबई में भी हत्या-लूट और डकैती के कुल 28 मामले दर्ज थे। पुलिस द्वारा उसके ऊपर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। काफी समय से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
घर से 500 मीटर दूरी पर हुई थी पत्रकार की हत्या: दरअसल, 23 मई को जौनपुर जनपद के रहने वाले पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव अपने घर से बाइक से बाजार जाने के लिए निकले थे। वे घर से करीब 500 मीटर दूर पहुंचे थे इसी दौरान बदमाशों ने उन्हें रोक लिया।
रोकने के बाद बदमाशों ने आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस द्वारा जांच पड़ताल में पाया गया कि प्रिंस सिंह द्वारा ही पत्रकार हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। ऐसे में पुलिस टीम प्रिंस सिंह की तलाश में जुटी हुई थी।