लखनऊ, 15 दिसंबर – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लेते हुए कहा कि सरदार पटेल वर्तमान भारत के शिल्पी थे। उन्होंने न केवल देश की स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाई, बल्कि स्वतंत्रता के बाद 563 से अधिक रियासतों का भारत में एकीकरण कर एक अखंड भारत का निर्माण किया। सीएम योगी ने सरदार पटेल के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन राष्ट्र और भारत मां के चरणों में समर्पित था।
सरदार पटेल के नेतृत्व में देश का एकीकरण
मुख्यमंत्री ने बताया कि 1946 में संविधान सभा के प्रमुख सदस्य और स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल ने देश के एकीकरण को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। आज जो भारत हम देख रहे हैं, वह उनकी सूझबूझ और परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने गुलामी के कालखंड में अपमानित हुए सांस्कृतिक मानबिंदुओं की पुनर्स्थापना की, जिसमें सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार एक प्रमुख उदाहरण है।
किसानों की समृद्धि के लिए सरदार पटेल का योगदान
मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल के किसान-हितैषी दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के उत्थान और सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अनेक जनजागरण अभियान चलाए। उनके प्रयासों ने हर अन्नदाता को समृद्धि के नए आयाम दिए। गुजरात में सहकारिता आंदोलन की मजबूत नींव सरदार पटेल की सोच का परिणाम थी।
धारा-370 का विरोध और राम मंदिर का योगदान
सीएम योगी ने कहा कि यदि सरदार पटेल होते, तो कश्मीर में धारा-370 कभी लागू नहीं होती। पीएम मोदी के नेतृत्व में इसे हटाकर आतंकवाद की नींव समाप्त कर दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, जो भारतीय संस्कृति का प्रतीक है, सरदार पटेल की सांस्कृतिक भारत की परिकल्पना को साकार कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की परिकल्पना का विस्तार
सीएम योगी ने कहा कि सरदार पटेल की संकल्पनाओं को मूर्त रूप देने के लिए पीएम मोदी का नेतृत्व नई दिशा दे रहा है। उनके प्रयास से भारत एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है।
इस श्रद्धांजलि सभा में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक शशांक वर्मा समेत कई विशिष्ट जन उपस्थित रहे।