
बायो सीएनजी प्लांट: ‘वेस्ट टू वेल्थ’ का आदर्श उदाहरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के नैनी में प्रदेश के पहले म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट आधारित बायो सीएनजी प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने इसे स्वच्छ प्रयागराज और सुव्यवस्थित महाकुंभ के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया। इस प्लांट से प्रतिदिन 21500 किलो बायो सीएनजी और 209 टन जैविक खाद का उत्पादन होगा। यह प्लांट 200 परिवारों को रोजगार प्रदान करने के साथ सालाना 56700 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी करेगा। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित यह प्लांट प्रधानमंत्री के ‘वेस्ट टू वेल्थ’ अभियान को साकार कर रहा है।
सुरक्षित स्नान के लिए संगम घाटों का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए स्नान पूरी तरह सुरक्षित हो, इसके लिए व्यापक प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री बनाने पर जोर देते हुए बायोडीग्रेडेबल उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। श्रद्धालुओं की सहायता के लिए प्रशिक्षित 5000 कुंभ सेवा मित्रों की तैनाती की जाएगी।
महाकुंभ के लिए स्टील ब्रिज: संगम तक आसान आवागमन
फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्माणाधीन स्टील ब्रिज का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए सबसे सहज मार्ग बताया। 450 मीटर लंबे इस स्टील ब्रिज में 4500 टन लोहे का उपयोग हुआ है। इस पुल से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, लखनऊ, गोरखपुर, दिल्ली, राजस्थान, और उत्तराखंड से आने वाले तीर्थयात्री सीधे मेला क्षेत्र तक पहुंच सकेंगे। इससे नगर के यातायात पर दबाव कम होगा।
वीआईपी घाट और त्रिवेणी पूजन
मुख्यमंत्री ने किले के समीप बन रहे वीआईपी घाट का औचक निरीक्षण किया और त्रिवेणी संगम पहुंचकर संगम पूजन किया। इसके बाद उन्होंने बड़े हनुमान जी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की तैयारियों में कोई कमी न हो, इसके लिए सभी विभाग समन्वय से कार्य करें।
प्रयागराज के इस दौरे में मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को भव्य, स्वच्छ, और सुव्यवस्थित बनाने के लिए विभिन्न पहलुओं का गहन निरीक्षण किया और इसे ऐतिहासिक आयोजन बनाने का आह्वान किया।