वाराणसी(काशीवार्ता)।दिनांक 14 अक्टूबर 2024 को वाराणसी के अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चन्नप्पा ने शहर के महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने पुलिस उपायुक्त काशी श्री गौरव बंसवाल, अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) श्रुति श्रीवास्तव, अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) राजेश कुमार पांडेय, और सहायक पुलिस आयुक्त (कोतवाली) ईशान सोनी के साथ विश्व प्रसिद्ध रामनगर का भरत मिलाप कार्यक्रम और गोदौलिया क्षेत्र में प्रतिमा विसर्जन यात्रा की सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
रामनगर का भरत मिलाप कार्यक्रम वाराणसी की रामलीला का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता होती है। अपर पुलिस आयुक्त डॉ. चन्नप्पा ने रामलीला क्षेत्र का दौरा किया और वहां तैनात पुलिस कर्मियों से मुलाकात कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इसके अतिरिक्त, डॉ. चन्नप्पा ने दशाश्वमेध क्षेत्र में प्रतिमा विसर्जन यात्रा के लिए भी सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। सहायक पुलिस आयुक्त (दशाश्वमेध) प्रज्ञा पाठक के साथ उन्होंने गोदौलिया और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण और यातायात व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। प्रतिमा विसर्जन के दौरान होने वाली भीड़ और यातायात जाम को देखते हुए, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि यातायात का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाए और किसी भी अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए।
डॉ. चन्नप्पा ने सभी संबंधित थाना प्रभारियों और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे सुरक्षा व्यवस्था में कोई ढिलाई न बरतें और अतिक्रमण अभियान को प्राथमिकता से चलाएं। उन्होंने यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने पर जोर देते हुए कहा कि सभी वाहनों का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैले। इसके साथ ही, उन्होंने आम जनता की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखने का भी निर्देश दिया।
इस निरीक्षण के दौरान, सुरक्षा बलों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे हर संभावित सुरक्षा खतरे पर निगरानी रखें और तुरंत कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी बड़े आयोजनों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लगातार सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि वाराणसी में होने वाले सभी धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम शांति और सुरक्षा के माहौल में संपन्न हो सकें।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाओं के इस व्यापक निरीक्षण से प्रशासन की तत्परता और जिम्मेदारी का स्पष्ट संकेत मिलता है, जिससे जनता को सुरक्षित और व्यवस्थित आयोजन का भरोसा मिल सके।