इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी उत्तर प्रदेश शाखा द्वारा जनपद वाराणसी के 100 क्षय रोगियों को लिया गया गोद

गोद लिए गये क्षय रोगियों में उपमुख्यमंत्री ने वितरित किया पोषण पोटली

जन सहभागिता से ही टीबी मुक्ति का लक्ष्य होगा पूर्ण- डिप्टी सीएम

   वाराणसी। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री के द्वारा क्षय रोगियों के देख-रेख के लिए निक्षय मित्र बनने के आवाह्न के दृष्टिगत इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी उत्तर प्रदेश शाखा द्वारा जनपद के 100 क्षय रोगियों को गोद लिया गया। इन गोंद लिए गए रोगियों को शुक्रवार को सर्किट हाउस सभागार में उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पोषण पोटली का वितरण किया। यह पोषण पोटली स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार की गई थी जिसमें भुना हुआ चना, गुड़, चने की दाल, मूंगफली ,न्यूट्रेला लाई इत्यादि होती है जो क्षय रोगियों में अतिरिक्त पोषक तत्वों की मात्रा की पूर्ति करती है ।उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यदि टीबी मुक्त भारत के सपना को साकार करना है तो इसे जन आंदोलन बनाना होगा जिसमें सभी की सहभागिता आवश्यक है। उनके द्वारा  जन प्रतिनिधियों, प्रबुद्ध वर्गों एवं जनपद वासियों से निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों की मदद की अपील की गई।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि टीबी का इलाज संभव है, यदि सही समय पर इसका उपचार करवाया जाये और समय से दवाइयों का सेवन किया जाये तथा पोषण का विशेष ध्यान रखा जाए तो क्षय रोगी आसानी से स्वस्थ हो जाते हैं। गोद लिए गए मरीजों को कम से कम 6 महीने अथवा उपचार समाप्ति तक पोषण पोटली के साथ मानसिक संबल प्रदान किए जाने का प्रावधान है। 

ट्यूबरक्लोसिस के मरीज जब ठीक होने लगते हैं तो अक्सर उनमें यह प्रवृत्ति देखी जाती है कि वह दवा या तो छोड़ देते हैं या समय पर दवा नहीं खाते हैं। निक्षय मित्र बनकर हम उनके उपचार को पूरा करने के लिए प्रेरित करने तथा उपचार के दौरान आने वाली छोटी मोटी समस्याओं का निदान करा सकते है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय राय, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय एवं अन्य अधिकारी इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की उत्तर प्रदेश शाखा के कोषाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंदौली की टीम उपस्थित रही।

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