लखनऊ, 5 जनवरी –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए देश पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को विशेष मानते हुए उन्होंने 15 नवंबर को जनजातीय दिवस के रूप में घोषित किया। मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने आवास पर जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025 के अंतर्गत ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के युवाओं से संवाद किया।
यूपी की विशेषताओं से कराया परिचय
सीएम योगी ने युवाओं को उत्तर प्रदेश की विविधताओं से परिचित कराते हुए कहा कि यह 25 करोड़ की आबादी वाला देश का सबसे बड़ा राज्य है। उन्होंने बताया कि यूपी में 75 जनपद, 18 मंडल, 350 से अधिक तहसीलें, 825 विकास खंड, 17 नगर निगम और 400 से अधिक नगर पंचायतें हैं। यह भूमि काशी विश्वनाथ धाम, भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या, वृंदावन, और मां विंध्यवासिनी धाम जैसे पवित्र स्थलों की है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होगा, जिसमें 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि बताया
मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रधर्म की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “देश सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं। उपासना विधि में भिन्नता हो सकती है, लेकिन राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है।” उन्होंने जनजातीय समुदाय की राष्ट्र और धर्म के प्रति ऐतिहासिक प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान राम के वनवास काल में जनजातीय समुदाय ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा में अपनी भूमिका निभाई।
विकास और कानून व्यवस्था का महत्व
सीएम योगी ने कहा कि विकास और सुशासन की पहली शर्त सुरक्षा और कानून व्यवस्था है। उन्होंने युवाओं को कानून का पालन करने का मंत्र देते हुए कहा, “कानून का पालन करेंगे तो यह हमें संरक्षण देगा।” उन्होंने संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संविधान कानून के प्रति श्रद्धा का भाव उत्पन्न करता है।
जनजातीय संस्कृति की महत्ता
सीएम ने कहा कि झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र तक फैली दंडकारण्य भूमि जनजातीय सभ्यता और संस्कृति की धरोहर है। उन्होंने जनजातीय समुदाय के समुद्र में सेतु बनाने जैसे असंभव कार्य को संभव करने के उदाहरण देकर उनकी शक्ति और योगदान को रेखांकित किया।
भारत के तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का सपना
सीएम ने कहा कि अगले तीन वर्षों में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। इससे रोजगार, निवेश और विकास के नए अवसर खुलेंगे। उन्होंने युवाओं को इन अवसरों से जुड़ने का आह्वान किया।
स्वच्छता और विकास के प्रति जागरूकता
मुख्यमंत्री ने युवाओं से स्वच्छता बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन पीएम मोदी की देन है। उन्होंने युवाओं को यूपी के स्वच्छ और विकसित स्थलों जैसे मेट्रो, एयरपोर्ट और मॉल का भ्रमण कराने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय से निष्ठा तिवारी और नेहरू युवा केंद्र के राज्य निदेशक महेंद्र सिंह सिसौदिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने युवाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रधर्म को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध रहें।