काशीवार्ता न्यूज़।उत्तर प्रदेश, अपनी धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के कारण विश्वभर के पर्यटकों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। प्रदेश में वाराणसी, अयोध्या, मथुरा और आगरा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल स्थित हैं, जो न केवल देशभर से बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पर्यटकों से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े साझा किए और भविष्य में आने वाले महाकुंभ 2025 के लिए भी अनुमानित आंकड़ों पर चर्चा की।
बीते साल यूपी में आए 46 करोड़ से अधिक पर्यटक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2022 में उत्तर प्रदेश में 46 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने राज्य के धार्मिक, आध्यात्मिक और विरासत स्थलों का दौरा किया। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश न केवल भारत का बल्कि वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी, अयोध्या और ताजमहल जैसे विश्वविख्यात स्थल शामिल हैं, जो पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि भारत की आध्यात्मिक और धार्मिक परंपराएं वैश्विक स्तर पर लोगों को आकर्षित कर रही हैं, और उत्तर प्रदेश इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की यात्रा करने वाले पर्यटकों ने न केवल पर्यटन के क्षेत्र में योगदान दिया है बल्कि राज्य में रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं।
पर्यटकों से रोजगार सृजन में योगदान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या न केवल राज्य के पर्यटन उद्योग के लिए बल्कि रोजगार सृजन के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की गुणवत्तापूर्ण कनेक्टिविटी पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है। सड़क, रेल, हवाई और जलमार्ग के माध्यम से राज्य को कुशलता से जोड़ा गया है, जिससे पर्यटकों की यात्रा और भी सुगम हो गई है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी ने राज्य में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की है।
उत्तर प्रदेश में आने वाले पर्यटक न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा करते हैं, बल्कि राज्य की समृद्ध विरासत और परंपराओं का अनुभव करने के लिए भी आते हैं। राज्य सरकार ने पर्यटन के माध्यम से रोजगार सृजन के कई अवसर पैदा किए हैं, जो राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं।
महाकुंभ 2025: 40 करोड़ श्रद्धालुओं का अनुमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मकर संक्रांति 2025 से शुरू होकर 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इस दौरान राज्य सरकार को उम्मीद है कि दुनिया भर से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक इस महापर्व में हिस्सा लेंगे। महाकुंभ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में विशाल स्तर पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष तैयारियों की जा रही हैं, ताकि आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव मिल सके। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजन भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन की नई ऊंचाइयां
उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग निरंतर प्रगति कर रहा है, और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास इस दिशा में विशेष महत्व रखते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन स्थलों की विकास परियोजनाएं और बेहतर कनेक्टिविटी राज्य को देश के अन्य हिस्सों के साथ बेहतर तरीके से जोड़ रही हैं।
आने वाले वर्षों में, महाकुंभ 2025 जैसे प्रमुख आयोजनों के साथ, उत्तर प्रदेश का पर्यटन उद्योग नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। सरकार द्वारा धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे पर्यटकों की संख्या में और भी वृद्धि होने की संभावना है।