हार्ट इण्डिया कॉन्क्लेव में चिकित्सकों ने कहा ह्रदय रोग के मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक

अत्यधिक तनाव, फास्टफूड का सेवन, देर रात तक जगना, मोटापा ह्रदय रोग का कारक

वाराणसी। आईएमए में आयोजित 10 वें हार्ट इण्डिया कॉन्क्लेव में लगभग सौ से ज्यादा ह्रदय रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस दौरान 25 से ज्यादा चिकित्सकों ने अपना शोध प्रस्तुत किया। कॉन्क्लेव में आये हुए चिकित्सकों ने कहा कि हाइपरटेंशन एवं ह्रदय रोग के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है जो चिंताजनक है। 25 वर्ष की उम्र में नवयुवकों में ह्रदय रोग होना चिकित्सकों के लिए चिंता का विषय है। नई दिल्ली सफदरगंज अस्पताल के डीन एवं वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि अत्यधिक तनाव, फास्टफूड का सेवन, देर रात तक जगना, मोटापा के कारण ह्रदय रोग बढ़ रहा है। केजीएमयू लखनऊ के डीन एवं प्रो.डॉ रिषि सेठी ने कहा कि जागरूकता ही बचाव है। यदि किसी को सीने में दर्द की शिकायत हो तो सही समय पर चिकित्सक से मिले और परामर्श कर अनुसार दवा लें, तथा लाईफ स्टाइल व मेडिटेशन पर ध्यान दें। हार्ट इण्डिया कॉन्क्लेव के आयोजक सचिव डॉ.आलोक कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। कहा कि डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को रिसर्च के लिये संस्था दो लाख का स्कालशिप संस्था द्वारा दिया जाएगा। आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ.मनोज कुमार श्रीवास्तव ने किया।

डॉ.रिषि सेठी व डॉ.प्रधान को वेस्ट एडिटर एवं वेस्ट रिसर्च पेपर का एवार्ड व समाजिक सेवा के लिये डॉ.शिप्राधर को सम्मानित किया गया। इस दौरान डॉ.रोहित तिवारी, डॉ रजनी सहगल, डॉ.आशीष जायसवाल, डॉ.मनोज गुप्ता, डॉ.ए.के.सिह, डॉ.जी.एस.सिह, डॉ.मोनिका गुप्ता, डॉ.पी.आर.सिन्हा, डॉ.रमन पुरी, डॉ.राम जी मेहरोत्रा, डॉ.आशुतोष कुमार, डॉ.दलजीत कुमार सहित अनेकों चिकित्सक मौजूद रहे।

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