वीडीए ने जेपी मेहता तिराहे पर तिकोना बनाया तो ट्रैफि क महकमे ने तोड़ दिया
वाराणसी जी हाँ जनाब सही पढ़ा है। सरकारी विभागों ने बनारस को प्रयोगशाला बना दिया है। नित नयेप्रयोग हो रहे है। अभी तक स्मार्ट सिटी ही इस काम में माहिर थी अब वीडीए भी स्मार्ट सिटी के नक़्शे कदम पर चल पड़ा है। इसकी बानगी वीडीए दफ़्तर के पास जेपी मेहता तिराहे पर देखी जा सकती है। पहले एक विज्ञापन माफिया ने बिना अनुमति यहां गोल गुमटी रख दी। इससे जब ट्रैफिक बिगड़ गया तो अंबेडकर चौराहे से लेकर जेपी मेहता स्कूल तक रबड़ के डिवाइडर बना दिये गये। जब इससे भी बात नहीं बनी तब वीडीए ने यहाँ ईंटों से घेर कर तिकोना बना दिया। बे सिर पैर के इस निर्माण से ट्रैफि क की समस्या और बढ़ गई। गाड़ियों को मुड़ने में काफी दिक़्क़त आने लगी। लगभग एक हफ़्ते तक यह व्यवस्था चली, इसके बाद
ट्रैफि क महकमे ने तिकोने को तोड़ कर सीधा कर दिया। जानकारी के अनुसार शहर के चौराहों का सुंदरीकरण वीडीए के ज़िम्मे है। इसमें जेपी मेहता तिराहा भी शामिल है। लेकिन बिना वैज्ञानिक पैमाईश के उल्टे सीधे निर्माण किये जा रहे हैं। ज्ञात हो कि स्मार्ट सिटी ने पहले मैदागीन गोदौलिया मार्ग पर पाथवे बनाया, जब व्यापारियों ने किया तो इसे तोड़ा गया। फिर स्मार्ट सिगरा नगर निगम तिराहे से लेकर सट्टी तक चौड़े पाथवे बना दिये। सिर्फ. रोज जाम लग रहा है अतिक्रमणकारियों की मौज हो गई इसी पाथवे पर दुकानें लगती हैं।