बनारस आ रहे हैं तो सोच समझकर ढूंढे ठिकाना

ऑनलाइन दावे पर न जाएं, ज्यादातर होटलों-गेस्ट हाउसों में संचालित हो रहा ‘जिस्मफरोशी का धंधा’

वाराणसी (काशीवार्ता)। काशी में दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। जैसे-जैसे बाहर से आने वाले पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही, वैसे-वैसे बनारस में होटल, लॉज और गेस्ट हाउस भी खुलते जा रहे हैं। सभी ने पर्यटकों को लुभाने के लिए बेहतर से बेहतर सुविधा देने का दावा गूगल फीड के जरिए किया है। मगर सावधान, बहुत सोच-समझ और जांच परख कर ही ठहरने वाले जगह का चुनाव करें। कहीं ऐसा न हो कि आप जिस होटल में ठहरें हों उस पर पुलिस का छापा पड़ जाए। दरअसल, कई स्थानीय होटलों में इन दिनों जिस्मफरोशी का धंधा धड़ल्ले से चल रहा हैं। इसका जीता जागता उदाहरण पिछले दिनों मलदहिया स्थित होटल रंजीत में देखने को मिला। जहां से आपत्तिजनक हालत में कई लड़के व लड़कियां पकड़ी गयीं। अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ऐसे दर्जनों होटल इस तरह के धंधों में लिप्त हैं। ये बिना किसी जांच पड़ताल किए इन्हें कमरा मुहैया करा देते है। देखा गया है कि कैंट रेलवे
स्टेशन के सामने सबसे अधिक इस तरह के कार्य होते हैं। हालांकि, सिगरा, लंका, भेलूपुर के साथ ही अब हाईवे पर भी इसका नया ठिकाना बन चुका है।

बीच की कड़ी होते हैं दलाल

सूत्रों की माने तो हुक्काबार, मसाज पार्लर के अलावा कई ब्यूटी पार्लर भी इस धंधे में शामिल हैं। इनका संपर्क होटल, गेस्ट हाउस और लॉज वालों से होता है और इनके बीच की कड़ी होते हैं दलाल। जिनके मार्फत ग्राहक आते-जाते रहते हैं। हमारे सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इलाकाई पुलिस को इन जगहों की पूरी जानकारी होती है, लेकिन ये कभी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते।

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