जानकी महल में श्रीरामजानकी विवाह उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
अयोध्या, 5 दिसंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश और धर्म के प्रति योगदान और समाज को जोड़ने की आवश्यकता है। “देश है तो धर्म है, धर्म है तो हम सब हैं। हमारा ध्येय सनातन धर्म की रक्षा और भारत को विकास के परम वैभव तक पहुंचाने का होना चाहिए।” जातिवाद से बचने का आह्वान करते हुए उन्होंने धर्म और संस्कृति की एकजुटता पर जोर दिया।
योगी आदित्यनाथ अयोध्या स्थित जानकी महल में श्रीरामजानकी विवाह उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का आयोजन जनकपुर धाम में भी हो रहा है। उन्होंने याद किया कि छह वर्ष पूर्व विवाह पंचमी के अवसर पर जनकपुर धाम में मां जानकी के भव्य मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
जानकी महल: संतों और आंदोलनों का केंद्र
सीएम ने जानकी महल के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह रामजन्मभूमि आंदोलन का प्रमुख केंद्र रहा। उन्होंने बताया कि उनके गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ जी महाराज इस महल में महत्वपूर्ण बैठकों और आंदोलनों के लिए आते थे।
22 जनवरी: सनातन धर्मावलंबियों के लिए ऐतिहासिक दिन
योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम मंदिर के निर्माण को 500 वर्षों की संघर्ष गाथा का परिणाम बताया। 22 जनवरी 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उल्लेख करते हुए उन्होंने इसे सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया।
2017 से पहले अयोध्या की स्थिति
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले अयोध्या में मुश्किल से 4-5 घंटे बिजली मिलती थी। राम की पैड़ी पर सरयू का जल दूषित होता था, और सड़क, रेल, वायु मार्ग की स्थिति खराब थी। अब, बेहतर कनेक्टिविटी, स्वच्छता और विकास कार्यों ने अयोध्या का चेहरा बदल दिया है।
श्रीराम का आदर्श नेतृत्व
मुख्यमंत्री ने श्रीराम के आदर्शों को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि धर्म और देश के लिए 14 वर्ष का वनवास स्वीकार किया। उन्होंने निषादराज से लेकर कोल और वनवासियों को गले लगाया, दंडकारण्य को राक्षसों से मुक्त किया, और रामेश्वरम में ज्योतिर्लिंग की स्थापना की।
रामराज्य: आदर्श व्यवस्था का प्रतीक
योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम द्वारा रामराज्य की स्थापना को भारत के आदर्श राज्य व्यवस्था का प्रतीक बताया। इसमें सभी खुशहाल थे, और दरिद्रता व अव्यवस्था का कोई स्थान नहीं था। उन्होंने इसे वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा बताया।
उत्सव में बड़ी संख्या में मौजूदगी
कार्यक्रम में अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म के आदर्शों को आगे बढ़ाने और समाज को एकजुट रखने का संकल्प दोहराया।