वाराणसी(काशीवार्ता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शास्त्री घाट पर हुई घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को भविष्य में इस प्रकार की घटना न होने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और यदि खराब कार्य पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद यूपीपीसीएल (उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के महाप्रबंधक जोन-1, प्रयागराज, दिनेश कुमार ने शास्त्री घाट स्थित निर्माणाधीन स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कार्य की गुणवत्ता में गंभीर खामियां हैं। इस पर महाप्रबंधक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सहायक परियोजना प्रबंधक दिलीप कुमार और जेई श्रीमती रेनु को निलंबित कर दिया। साथ ही, परियोजना से जुड़े कॉन्ट्रैक्टर ओमप्रकाश पांडेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई और आगे के सभी कार्यों पर रोक लगा दी गई।
महाप्रबंधक ने निर्देश दिया कि कार्य की गुणवत्ता की जांच तकनीकी समिति से कराई जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अन्य निर्माणाधीन परियोजनाओं का भी गहन निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि भविष्य में किसी भी परियोजना की गुणवत्ता में कोई कमी न हो। अधोमानक कार्यों पर संबंधित फर्म को काली सूची में डालते हुए विधिक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए।