वाराणसी (काशीवार्ता):
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने भारत में आधुनिक पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस. आर. रंगनाथन की स्मृति में एक नई इंटर्नशिप योजना शुरू की है। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस पहल के तहत यह कार्यक्रम शैक्षणिक ज्ञान और व्यावसायिक कौशल के बीच के अंतर को कम करने का उद्देश्य रखता है।
डॉ. एस. आर. रंगनाथन का बीएचयू के साथ गहरा संबंध रहा है। उन्होंने भारत में आधुनिक पुस्तकालय विज्ञान की नींव रखी और उनके योगदान ने पुस्तकालय पेशेवरों को प्रेरणा दी है। यह इंटर्नशिप योजना उनकी विरासत को सम्मानित करते हुए युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने के लिए शुरू की गई है।
इस योजना के तहत, 20 उत्कृष्ट स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा, जिन्हें एक वर्ष तक प्रति माह 20,000 रुपये का स्टाइपंड मिलेगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले इंटर्न्स को एक वर्ष का विस्तार भी दिया जा सकता है। छह महीने का कार्यकाल पूरा करने वाले इंटर्न्स को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभाशाली पुस्तकालय पेशेवरों को प्रशिक्षित करने और उनके कौशल को निखारने का शानदार अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने इसे सीखने और विकास की नई राह खोलने वाला बताया।
बीएचयू की विशाल पुस्तकालय प्रणाली पहले से ही अपने विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रम चला रही है, जिसने उनके व्यावसायिक कौशल को निखारने में मदद की है। नई योजना भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों (एनआईआरएफ-रैंकिंग संस्थानों या राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों) के पुस्तकालय विज्ञान स्नातकों और स्नातकोत्तरों के लिए भी खुली है।
इस इंटर्नशिप योजना का प्रबंधन बीएचयू के प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श प्रकोष्ठ (SRICC) द्वारा किया जाएगा। यह कार्यक्रम पुस्तकालय पेशेवरों के कौशल विकास और पुस्तकालय संचालन की दक्षता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
डॉ. एस. आर. रंगनाथन इंटर्नशिप योजना बीएचयू की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो युवाओं को व्यावसायिक ज्ञान और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ तैयार करने के लिए समर्पित है। यह योजना भारत में पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करने का प्रयास है।