
“मैं जली हुई राख नहीं, अमर दीप हूँ,
जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ।”
बलिया। “पुलिस स्मृति दिवस-2025” के साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस लाइन बलिया स्थित स्मारक शहीद स्थल पर अमर शहीद पुलिस कर्मियों की याद में श्रद्धांजलि सभा और राष्ट्रधुन पर पुलिस बैण्ड की प्रस्तुति का आयोजन किया गया।
शहीद स्थल पर उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर पुलिस जवानों को नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
ज्ञात हो कि जनसेवा के उच्च आदर्शों से ओतप्रोत अनेक पुलिसकर्मी प्रतिवर्ष अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए वीरगति को प्राप्त होते हैं। पुलिस सेवा का स्वरूप ही ऐसा है जिसमें हर कदम पर जोखिम और जीवन का भय जुड़ा रहता है। यही कारण है कि अनेक पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र के प्रति अपने प्राणों का बलिदान देते हैं।
इन शहीदों की कीर्ति और यशोगाथा कभी क्षीण नहीं होती, बल्कि भावी पीढ़ी को कर्तव्यनिष्ठा और साहस की प्रेरणा देती रहती है। ऐसी ही प्रेरक गाथा 21 अक्टूबर 1959 की है, जब लद्दाख की हिमाच्छादित सीमा पर चीनी सैनिकों के कपटपूर्ण हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 वीर जवानों ने मातृभूमि की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया था। इन्हीं वीरों की स्मृति में हर वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार 21 से 31 अक्टूबर तक विभिन्न स्मृति कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इसी क्रम में आज दिनांक 22 अक्टूबर 2025 को पुलिस अधीक्षक बलिया श्री ओमवीर सिंह के निर्देशन में पुलिस लाइन परेड ग्राउंड स्थित शहीद स्मारक स्थल पर शहीद पुलिस कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा पुलिस बैण्ड की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिसार निरीक्षक राम बेलास, उप निरीक्षक दिवाकर सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
