बीएचयू में वित्तीय घोटाले, फर्जी नियुक्ति व उत्पीड़न,अनियमितताओं पर विभागाध्यक्ष डा. शोभना नेरलिकर ने लगाए गंभीर आरोप

वाराणसी (काशीवार्ता)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शोभना नेरलिकर ने प्रशासन पर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जी नियुक्तियों और जातिगत उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्रकार वार्ता में उन्होंने रेक्टर प्रो. संजय कुमार, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों पर सीधे तौर पर घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया।

डॉ. नेरलिकर ने कहा कि वह बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और पं. मदन मोहन मालवीय के मूल्यों में विश्वास करती हैं, लेकिन पिछले 20 वर्षों से उत्पीड़न झेल रही हैं। उन्होंने पूर्व कुलपति प्रो. सुधीर जैन पर भी नियम विरुद्ध कार्यों और उनके अधिकार छीनने का आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि प्रो. अनुराग दवे, डॉ. स्वर्ण सुमन, और डॉ. धीरेन्द्र राय ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रमोशन और नियुक्तियां हासिल कीं। इसके अलावा, उन्होंने स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रमों में वित्तीय लूट और विभाग में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के सबूत पेश किए।

डॉ. नेरलिकर ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं और उनके अधिकार बहाल नहीं किए गए, तो वह सत्याग्रह शुरू करेंगी। इसके लिए बीएचयू प्रशासन और केंद्र सरकार जिम्मेदार होंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रही गड़बड़ियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

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