न्यूज़ डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली के निर्भया केस में आरोपियों के वकील एपी सिंह अब हाथरस मामले में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा की पैरवी करेंगे। बता दें कि हाथरस मामले में अब तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग 150 लोग घायल हैं। इस मामले में एपी सिंह का बयान भी सामने आया है।
भाेले बाबा के वकील एपी सिंह ने कहा कि भगदड़ से पहले ही बाबा कार्यक्रम स्थल से चले गए थे। एपी सिंह ने यह भी कहा कि जब यह हादसा हुआ तो उसके बाद हमारे स्वयंसेवक और अनुयायी यह समझाने में असफल रहे कि घटना का कारण क्या था। वकील एपी सिंह ने कहा, सत्संग में भगदड़ के पीछे असामाजिक तत्व थे। यह सब एक योजना के तहत किया गया है और इसकी जांच की जानी चाहिए।
चरण रज की बातें झूठी
उन्होंने कहा, भोले बाबा मंगलवार की भगदड़ की जांच में प्रशासन और पुलिस को सहयोग करने के लिए भी तैयार हैं व उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है। एफआईआर में किए गए दावों और प्रारंभिक रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर शीर्ष अदालत के वकील ने कहा, नारायण साकार हरि कभी भी अनुयायियों को अपने पैर नहीं छूने देते। ‘चरण रज का उल्लेख झूठ है। ऐसी हरकत का कोई वीडियो या तस्वीर नहीं है।
भोले बाबा नहीं आरोपी
एपी सिंह ने कहा कि वह बाबा भोले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और सिकंदर राऊ पुलिस थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में आयोजित सत्संग के मुख्य आयोजक थे। भगदड़ के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नारायण साकार हरि का आरोपी के रूप में उल्लेख नहीं किया गया है।