न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले नाथ के सत्संग में भगदड़ मचने से 200 लोगों की मौत का दावा मृतक के परिजन कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि ट्रॉमा सेंटर सिकंदराऊ पर लाशों का ढेर लग गया है, लेकिन यहां एक ही डॉक्टर मौजूद है और अब तक जिम्मेदार लोग पहुंचे नहीं है। सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में भोले बाबा का सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत की खबर आ रही है। वहीं मृतकों के परिजनों ने 200 लोगों की मौत की बात कह रहे हैं। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है। लोगों का कहना है कि कार्यक्रम के दौरान कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।
बताया जा रहा है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में लगभग 100 से अधिक लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं लगभग 150 लोग घायल होने की बात कही जा रही है।
वहीं इस मामले में CM योगी आदित्यनाथ ने तत्परता दिखाते हुए मंत्री लक्ष्मी नारायण, मंत्री संदीप सिंह, चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को घटनास्थल पर भेजा है। सीएम योगी ने इस घटना पर संवेदना व्यक्त की है। सीएम योगी ने सोशल मीडिया X पर लिखा- जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ है। संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार के लिए निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया है। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।