प्रयागराज। आगामी महाकुंभ 2025 के पूर्व प्रयागराज में एक अद्भुत महाकुंभ का आयोजन हुआ, जिसमें कालिंदी महोत्सव के रूप में यमुना के श्री मौज गिरी घाट पर सवा लाख दीयों की रोशनी बिखेरी गई। इस भव्य आयोजन में साधु-संतों और स्थानीय नागरिकों ने दीपदान करते हुए महाकुंभ के सकुशल संपन्न होने की कामना की।
कालिंदी महोत्सव में सजी यमुना के तट की छटा
देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के संरक्षण में श्री दत्तात्रेय सेवा समिति ने किया। जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरी के अनुसार, इस पावन अवसर पर मां यमुना के तट पर सवा लाख मिट्टी के दीयों का दीपदान किया गया। इस आयोजन में सभी प्रमुख अखाड़ों के संत और कुंभ मेला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
योगी सरकार के सहयोग से तैयार भव्य घाट
कालिंदी महोत्सव का आयोजन राज्य की योगी सरकार द्वारा 1.2 करोड़ की लागत से बनाए गए श्री मौज गिरी घाट पर हुआ, जिसमें दो लाख दीयों की प्रज्वलन क्षमता है। घाट को रेड स्टोन से सुसज्जित किया गया और इसमें सुंदर गुम्बदों के साथ धार्मिक प्रतीकों की आकृतियाँ दीयों की श्रृंखला से बनाई गईं। इस अवसर पर माँ यमुना की भव्य आरती का आयोजन भी किया गया।
साधु-संतों ने महाकुंभ की तैयारियों पर संतोष जताया
महोत्सव में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गौतम चौधरी और न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान भी उपस्थित रहे। महंत प्रेम गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में साधु-संतों ने महाकुंभ की तैयारियों पर खुशी जाहिर करते हुए इसे भव्यता और नव्यता के लिए प्रेरणादायक बताया।
इस अवसर पर हजारों की संख्या में आम नागरिकों ने भी भाग लिया, जिससे कालिंदी का तट दीयों की दूधिया रोशनी से जगमगा उठा और प्रयागराज में महाकुंभ के भव्य आयोजन की शुरुआत का प्रतीक बन गया।