अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का शुभारंभ, सीएम योगी ने दिया सनातन धर्म की महत्ता का संदेश

अयोध्या, 30 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या में राम की पैड़ी पर दीप प्रज्ज्वलन कर दीपोत्सव 2024 का भव्य शुभारंभ किया। इस आयोजन में लाखों दीप जलाए गए, जो समाज और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बने। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म की महत्ता पर जोर देते हुए इसे मानवता का मार्गदर्शक और सबके कल्याण का साधन बताया। उन्होंने कहा कि जो ताकतें इस शाश्वत व्यवस्था पर प्रहार करने का प्रयास कर रही हैं, वे स्वयं के विनाश को आमंत्रण दे रही हैं।

सनातन धर्म का मानवता के प्रति योगदान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है जो मानवता का मार्ग प्रशस्त करता है। यह धर्म सभी के कल्याण का मार्ग दिखाता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कुछ ताकतें, रावण और उसके अनुयायियों की तरह, भारत को कमजोर करने और समाज में विभाजन फैलाने का प्रयास कर रही हैं। ऐसे प्रयास केवल नकारात्मकता और विभाजन को बढ़ावा देते हैं।

अधर्म पर सत्य की विजय का संदेश
मुख्यमंत्री ने रावण, मारीच, मेघनाद, और कुंभकरण के प्रसंगों को उद्धृत करते हुए कहा कि अधर्म का साथ देने वालों का विनाश होता है। आज भी कुछ लोग अपने निजी स्वार्थों के लिए सामाजिक एकता को चुनौती दे रहे हैं और नकारात्मकता फैला रहे हैं। दीपोत्सव हमें अधर्म के नाश और सत्य, न्याय, और धर्म का मार्ग प्रशस्त करने की प्रेरणा देता है।

दीपोत्सव: राष्ट्रीय एकता का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक परंपरा का निर्वाह नहीं है, बल्कि समाज को जोड़ता है और भारत की सांस्कृतिक महत्ता को दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। कोरोना काल में भी दीपोत्सव की परंपरा को जारी रखते हुए इसे भव्यता के साथ मनाया गया, जो हमारे शाश्वत धार्मिक मूल्यों को बनाए रखने का प्रतीक है।

अज्ञानता और अन्याय के अंधकार को दूर करने का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव केवल प्रकाश का पर्व नहीं है, बल्कि यह अधर्म, अन्याय, अज्ञानता और अत्याचार के अंधकार का भी नाश करता है। यह आयोजन समाज को संदेश देता है कि प्रकाश का यह पर्व न केवल उजाला फैलाता है, बल्कि अन्याय और विभाजन के हर प्रकार के प्रयास का विरोध भी करता है।

स्वयंसेवकों के योगदान की सराहना
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में 30 हजार स्वयंसेवकों की भागीदारी की सराहना करते हुए इसे जनसहभागिता का एक सजीव उदाहरण बताया। स्वयंसेवकों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यह एक नई अयोध्या की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

दीपावली पर्व का उल्लासपूर्ण उत्सव मनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे दीपावली का पर्व उल्लासपूर्वक मनाएं और अपने साथ उन लोगों को भी शामिल करें, जिनके पास साधन कम हैं। दीपावली का पर्व व्यक्तिगत खुशी के साथ-साथ समाज के जरूरतमंद लोगों के साथ मिलकर मनाने का संदेश है।

समाज के लिए नई चेतना का प्रतीक है दीपोत्सव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अयोध्या का दीपोत्सव केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह पूरे देश और दुनिया के सनातनधर्मियों के लिए एक संदेश है। दीपों से जगमगाते इस आयोजन से उठता प्रकाश पूरे समाज के लिए एक नई चेतना का प्रतीक है।

इस भव्य आयोजन में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति संगीता चंद्रा सहित कई कैबिनेट मंत्री और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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