वाराणसी(काशीवार्ता)। गंगा दशहरा पर रविवार को केदारघाट पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पौराणिक कथाओं के अनुसार, आज के दिन ही भागीरथ अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए तपस्या कर मां गंगा को स्वर्गलोक से लेकर आए थे।
काशी के केदारघाट पर भोर से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया था। गंगोत्री सेवा समिति की ओर से केदारघाट पर मां गंगा का दुग्धाअभिषेक किया गया। गंगा पूजन के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद बांटा गया। गंगोत्री सेवा समिति की ओर से हर साल की तरह इसबार भी केदारघाट पर शाम मां गंगा की महाआरती की जाएगी।
दरअसल, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा पर हर साल गंगोत्री गंगोत्री सेवा समिति की ओर से मां गंगा की महाआरती विधि-विधान से की जाती है। इसी तरह दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से मां गंगा का विशेष पूजन किया गया। समिति की ओर से दशाश्वमेध घाट पर भी शाम को महाआरती कराई जाएगी।
गंगा पूजन के दौरान गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पंडित किशोरी रमन दुबे ‘बाबू महाज’, पंडित दिनेश शंकर दुबे, पंडित संदीप रमन दुबे ‘सोनू’, पप्पू तिवारी, गौरव झा, गोपाल यादव, दिनू आदि लोग मौजूद थे।
बनारस के करीब-करीब सभी गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ लगी थी। इस दौरान लोगों ने दान-पुण्य भी किया। भीड़ को देखते हुए जल पुलिस, एनडीआरएफ की टीम और इलाकाई पुलिस अलर्ट मोड में थी।