ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे बना बच्चों के लिए गेमिंग जोन और पार्क: योगी सरकार का अनूठा कदम

वाराणसी(काशीवार्ता)।योगी सरकार ने वाराणसी के ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे का अनुपयोगी और अतिक्रमण से घिरा स्थान अब एक सुंदर और उपयोगी क्षेत्र में बदल दिया है। कभी यहां ईंट-बालू की अवैध मंडी और अवैध पार्किंग के कारण जाम की समस्या रहती थी, लेकिन अब इसे बच्चों और परिवारों के लिए एक गेमिंग जोन और पार्क में तब्दील किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट प्रदेश सरकार की जनता के लिए समर्पित नीतियों का हिस्सा है, जिसके तहत शहर के अनुपयोगी स्थानों का बेहतर उपयोग किया जा रहा है।

अवैध मंडी की जगह गेमिंग जोन और पार्क

पहले जहां अवैध रूप से ईंट-बालू की मंडी और पार्किंग ने अतिक्रमण फैला रखा था, अब वहां एक वातानुकूलित गेमिंग जोन और पार्क विकसित किया जा रहा है। इस फ्लाईओवर के नीचे 100 मीटर की खाली जगह का उपयोग करके बच्चों के लिए एक आधुनिक स्पोर्ट्स प्लाजा तैयार किया जा रहा है। इसमें बच्चे शतरंज, कैरम बोर्ड, टेबल टेनिस समेत कई अन्य इनडोर खेल खेल सकेंगे।

सुरक्षा के लिहाज से गेमिंग जोन में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, जिससे माता-पिता निश्चिंत होकर अपने बच्चों को यहां खेलने भेज सकें। इसके साथ ही, चार और दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि आसपास के इलाकों में यातायात की समस्या न हो। यहां शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

काशी की विरासत को संजोते हुए सौंदर्यीकरण

फ्लाईओवर के नीचे का यह इलाका सिर्फ एक खेल क्षेत्र नहीं रहेगा, बल्कि काशी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को समेटे हुए स्कल्पचर्स और लैंडस्केपिंग से इसे और भी खूबसूरत बनाया जा रहा है। यह परियोजना शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें काशी की परंपराओं और धरोहरों का प्रदर्शन किया जाएगा।

अनुपयोगी स्थानों का अनूठा प्रयोग: नगर आयुक्त

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि प्रदेश में इस तरह का यह अनूठा प्रयोग हो रहा है, जिसमें पहले अनुपयोगी और अतिक्रमण से भरे स्थानों को जनता के लिए उपयोगी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के सफल होने पर, वाराणसी के अन्य अतिक्रमण और अनुपयोगी स्थानों को भी इसी प्रकार चिह्नित किया जाएगा और उन्हें जनता के उपयोग के लिए सुविधाजनक क्षेत्रों में परिवर्तित किया जाएगा।

इस परियोजना पर लगभग एक करोड़ रुपये की लागत आ रही है और इसे सितंबर माह के अंत तक पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। वाराणसी जैसे प्राचीन और ऐतिहासिक शहर में इस प्रकार के आधुनिक और जनहितैषी प्रयोगों से न केवल जनता को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि शहर की सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करने में मदद मिलेगी।

योगी सरकार की नई पहल

योगी सरकार का यह कदम प्रदेश में अतिक्रमण से निपटने और अव्यवस्थित स्थानों को सुव्यवस्थित करने के लिए एक नई दिशा दिखा रहा है। यह परियोजना न केवल शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि बच्चों और परिवारों के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करेगी।

TOP

You cannot copy content of this page