न्यूज़ डेस्क। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने देश भर में विभिन्न शहरों में मसालों के नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया ताकि उनकी सुरक्षा जांच की जा सके। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक महीने में FSSAI ने 111 मसाला उत्पादकों के मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस रद्द कर दिए हैं और उन्हें तुरंत उत्पादन बंद करने का निर्देश दिया है। यह प्रक्रिया अभी भी जारी है और FSSAI द्वारा देश भर में 4,000 नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है, जिससे और भी लाइसेंस रद्द होने की संभावना है।
जानी-मानी कंपनियों के नमूने भी शामिल
इन नमूनों में एवरेस्ट, एमडीएच, कैच, बादशाह जैसे जाने-माने ब्रांडों के उत्पाद शामिल हैं। FSSAI ने 2,200 नमूनों का परीक्षण किया है। उनमें से 111 मसाला निर्माताओं के उत्पाद मूल मानक गुणवत्ता को पूरा नहीं कर पाए। ऐसे मसाला निर्माताओं के लाइसेंस तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं और उत्पादन बंद कर दिया गया है।
अधिकांश छोटी कपनियां
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि FSSAI के तहत परीक्षण केंद्रों की संख्या कम है, इसलिए उन कंपनियों की सूची तैयार करने में समय लग रहा है जिनके लाइसेंस रद्द किए जाने हैं। अधिकारियों के अनुसार, रद्द किए गए लाइसेंसों में से अधिकांश केरल और तमिलनाडु के छोटे मसाला निर्माताओं के हैं, जबकि गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की कंपनियों पर भी जांच चल रही है। इन 111 कंपनियों में से अधिकांश छोटे पैमाने पर काम करने वाली हैं और उनका संपर्क नहीं हो सका क्योंकि उनके पास कोई आधिकारिक वेबसाइट, संपर्क नंबर या ईमेल आईडी नहीं है।
MDH और Everest के नमूनों का परीक्षण किया
इसी प्रक्रिया में, मई महीने में, FSSAI ने एमडीएच और एवरेस्ट के नमूनों का परीक्षण किया और उनमें एथिलीन ऑक्साइड (ETO) नहीं मिला। परीक्षण में महाराष्ट्र और गुजरात में एवरेस्ट की सुविधाओं से 9 और दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में एमडीएच की सुविधाओं से 25 सहित, एवरेस्ट और एमडीएच मसालों के 34 नमूनों को शामिल किया गया था।