वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी का निधन हो गया। कुलपति तिवारी 80 साल के थे। वह लंबे वक्त से बीमार थे। बुधवार दोपहर उन्हें अचानक सीने में दर्द के साथ घबराहट महसूस हुई तो अस्पताल ले जाया गया, इलाज के कुछ देर बाद दम तोड़ दिया।
बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिग्रहण से पहले और बाद में मंदिर की पूजा व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी पंडित कुलपति तिवारी ही उठाते रहे। उन्हीं की निगरानी में विश्वनाथ मंदिर की शाम की सप्त ऋषि आरती संपन्न होती रही है। साल में एक बार होली के पहले रंग भरी एकादशी पर निकलने वाली बाबा विश्वनाथ माता पार्वती और गणेश भगवान की रजत प्रतिमा इन्हीं के पास सुरक्षित है और रजत पालकी भी कुलपति तिवारी के आवास पर ही सुरक्षित है। आवास से ही यह कार्यक्रम संपन्न होता रहा है और डॉक्टर कुलपति तिवारी की निगरानी में ही विश्वनाथ मंदिर में रंगभरी का उत्सव मनाया जाता रहा है। सारे कार्यक्रम उन्हीं के आवास से होती रही है।
वहीं डॉक्टर कुलपति तिवारी के निधन की खबर सुनते ही काशीवासियों,धर्माचार्यों में शोक की लहर दौड़ गयी है। उनके आवास के बाहर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी है।वहीँ उनका अंतिम संस्कार मर्णिकर्णिका घाट पर संपन्न होगा।