सरकार ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान का बढ़ाया दायरा
एक अक्टूबर से चलने वाले अभियान में चार अन्य बीमारियों शामिल
पीड़ित मरीजों का ब्योरा यूडीएसपी पोर्टल पर होगा अपलोड
वाराणसी (काशीवार्ता)। सरकार ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान का दायरा बढ़ा दिया है। अभियान में संक्रामक बीमारियों से पीड़ितों का ब्योरा जुटाया जाता था, अब चार अन्य बीमारियों को भी शामिल किया गया है। एक अक्टूबर से शुरू होने वाले अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीमें डायबिटीज, कैंसर, हाइपरटेंशन और क्रानिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सांस रोग) के मरीजों को भी तलाशेंगी।नोडल अधिकारी डा. एसएस कन्नौजिया ने आशा कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन पांच मरीजों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। मरीजों का ब्योरा यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) पर अपलोड होगा। प्रदेश में डायबिटीज, कैंसर, हाइपरटेंशन और क्रानिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं। खास बात यह है कि गांव लेबल ही इन्हें चिह्नित कर उचित इलाज के लिए उच्च चिकित्सा संस्थान में भेजाकर इलाज कराया जा सकेगा।
अभी तक संचारी रोग में बस इन रोगों की होती थी तलाश
संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान में टीमें अब तक बुखार, क्षय रोग, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया, काला जार, कुपोषण, इंफ्लुएंजा, डेंगू, मलेरिया के मरीजों का ब्योरा जुटाती थीं। अब चार अन्य बीमारियां भी शामिल की गई हैं। इनसे पीड़ित मरीजों का ब्योरा यूडीएसपी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग को इसके माध्यम से मरीजों के सटीक आंकड़े मिल जाएंगे। किस क्षेत्र में किस रोग का प्रकोप अधिक है, कितने लोग पीड़ित हैं, ये सभी सूचनाएं मिल जाएंगी। सत्यापित सूचनाओं पर विभागीय टीमें निरोधात्मक कार्रवाई के लिए संबंधित क्षेत्र में तत्काल रवाना हो सकेंगी।
इन विभागों को मिली जिम्मेदारी
संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक से 31 अक्टूबर तक चलेगा। 11 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान में ये विभाग शामिल : स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग व उद्यान विभाग।
अभियान के संचालन हेतु टीम का हुआ गठन
सीएमओ डा.संदीप चौधरी ने बताया कि अभियान के सफल संचालन के लिए टीम बना ली गई है। साथ ही उनको जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है।