वाराणसी(काशीवार्ता)।वाराणसी में दुर्गा पूजा और दशहरा पर्व के दौरान उमड़ने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने और शहर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। इस वर्ष दुर्गा प्रतिमाओं की संख्या तो पिछले वर्ष जितनी ही है, लेकिन अनुमान है कि इस बार भीड़ अधिक हो सकती है। इसे देखते हुए पुलिस के लिए यह पर्व चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 650 दुर्गा पंडालों की निगरानी के लिए 4,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिससे भीड़ की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
महिला सुरक्षा बल की भूमिका
पुलिस ने विशेष रूप से महिला सुरक्षा बल की तैनाती की है, जिसमें 884 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा 99 महिला सब-इंस्पेक्टर और 748 महिला आरक्षी भी सुरक्षा में जुटेंगी। शहर के प्रमुख देवी मंदिरों और संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। जैतपुरा थाना क्षेत्र के शैलपुत्री देवी, कोतवाली क्षेत्र के ब्रह्मचारिणी देवी और सिद्धिदात्री देवी मंदिरों के साथ-साथ अन्य प्रमुख देवी मंदिरों पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।
वालंटियर और तकनीकी निगरानी
650 पूजा पंडालों में समन्वय बनाए रखने के लिए 3250 वालंटियर तैनात किए जाएंगे। हर पंडाल में पांच वालंटियर सुरक्षा व्यवस्था को संभालेंगे और पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक और आपत्तिजनक पोस्टों पर भी पुलिस की विशेष टीमें सतर्क हैं, जो फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (ट्वीटर), और व्हाट्सएप पर चौबीसों घंटे नजर रख रही हैं। किसी भी प्रकार की गलत सूचना या पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे ब्लॉक किया जाएगा और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विशेष सुरक्षा इंतजाम
पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी रखने का भी प्रबंध किया है। विसर्जन जुलूसों में किसी भी तरह के नशे का सेवन सख्त प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा अश्लील संगीत या नृत्य को लेकर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पूजा आयोजकों और पुलिस अधिकारियों के बीच सीधा संवाद बनाए रखने के लिए मोबाइल नंबर साझा किए गए हैं। साथ ही, संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात गोताखोरों के संपर्क नंबर भी आपात स्थिति में काम आएंगे।
पुलिस पिछले दो महीनों से लगातार मीटिंग्स और जनसंपर्क के जरिए इस पर्व के लिए तैयारी कर रही है। शांति समिति और नागरिक सुरक्षा संगठन भी इस दौरान पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे। असामाजिक और सांप्रदायिक तत्वों पर विशेष नजर रखी जा रही है, और अधिकांश ऐसे तत्वों को पहले से ही चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने साफ संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
वाराणसी पुलिस के इन कड़े इंतजामों से शहर में दुर्गा पूजा और दशहरा पर्व का आयोजन सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होने की उम्मीद है।