कर्मचारी की मृत्यु होने की स्थिति में बेहतर फाइनेंसियल सिक्योरिटी ही उस परिवार का महत्तम बचाव करती है-एस. राजलिंगम
इंश्योरेंस ऐसा कराएँ, जो भविष्य में अच्छी सर्विस और लाभ दे सके
जिलाधिकारी ने एचडीएफसी बैंक के द्वारा कर्मचारियों के हित में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में वित्तीय प्रबंधन पर चर्चा की
वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सोमवार को आयुक्त ऑडिटोरियम हॉल में एचडीएफसी बैंक द्वारा कर्मचारियों के हित में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि अधिकतर कर्मचारियों को अपनी सेलरी का कैसे वित्तीय प्रबंधन करना है और शेयर मार्केट व म्यूचुअल फण्ड में कैसे निवेश करना है, इसकी जानकारी नहीं है। जो कर्मचारी बेहतर प्लानिंग करके वित्तीय प्रबंधन और निवेश नहीं करेंगे, उन्हें भविष्य में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर 2005 के बाद नौकरी पाने वाले को ज्यादा ध्यान देना होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि संयोगवश अगर किसी परिवार के कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो बेहतर फाइनेंसियल सिक्योरिटी ही उस परिवार का महत्तम बचाव करती है। इंश्योरेंस ऐसा कराएँ, जो भविष्य अच्छी सर्विस और लाभ दे सके। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि पारिवारिक जरूरतों को देखते हुए वित्तीय प्लानिंग आवश्यक है। इक्कीस से पच्चीस आयु वर्ग के नौकरी पाने वाले युवा बढ़िया वित्तीय प्रबंधन कर सकते हैं। कार्यशाला में कर्मचारियों को वित्तीय प्रबंधन, संचय और निवेश के बारे में एचडीएफसी बैंक के पदाधिकारियों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में सीडीओ हिमांशु नागपाल सहित बैंक अधिकारीगण आशीष श्रीवास्तव, अब्दुल कादिर, संतोष श्रीवास्तव, शैलेन्द्र दुबे आदि अन्य अधिकारी और एचडीएफसी बैंक के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।