वाराणसी(काशीवार्ता)।वाराणसी में बिजली विभाग की विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को सरायफाटक से लेकर चकरा और लहंगपुरा तक ताबड़तोड़ छापेमारी की। सुबह-सुबह की इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इस छापेमारी का मुख्य उद्देश्य बिजली चोरी और बकायेदारों पर लगाम लगाना था। अभियान के दौरान आधा दर्जन से अधिक लोगों के अवैध बिजली कनेक्शन का खुलासा हुआ और उन्हें पकड़ा गया।
इस अभियान का नेतृत्व एसडीओ संजय सिंह और विजिलेंस टीम के जेई विकास दुबे ने किया। इनके साथ क्षेत्र के जेई जयशंकर वर्मा भी शामिल थे। इन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग अवैध तरीके से बिजली का उपयोग कर रहे हैं और कई उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का लाखों रुपये बकाया है। इसको ध्यान में रखते हुए विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की और अवैध बिजली कनेक्शन (कटिया कनेक्शन) का उपयोग कर रहे लोगों पर कार्रवाई की।
छापेमारी के दौरान टीम ने सबूत इकट्ठा करने के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी का भी सहारा लिया। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कि किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई के दौरान सबूत की कमी न हो। छापेमारी के समय, टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि क्षेत्र के नागरिकों को इस बात की जानकारी दी जाए कि बिजली चोरी न केवल एक अपराध है, बल्कि इससे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति में भी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
इस प्रकार की कार्रवाई से एक तरफ जहां बिजली चोरी रोकने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाया गया है, वहीं दूसरी तरफ बकायेदारों को भी यह संदेश दिया गया है कि वे समय पर अपने बिल का भुगतान करें। विजिलेंस टीम की यह कार्रवाई अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है, जिससे बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी और सरकारी राजस्व में वृद्धि होगी। समाचार लिखे जाने तक जांच जारी थी और उम्मीद की जा रही है कि इस तरह की कार्रवाई से क्षेत्र में बिजली चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी।