लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 14 परिक्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी हो रही है। पहले चरण में वाराणसी, लखनऊ, अयोध्या, कौशांबी समेत कई रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें चलेगीं। इलेक्ट्रिक बसें से सफर और आसान हो जाएगा। साथ ही लोगों को प्रदूषण से भी राहत मिलेगी। माना जा रहा है कि 2026 तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल बसें पूरी तरह से बंद करने की तैयारी हो रही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए डीजल बसों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगाने की योजना तैयार की है। जिसके चलते अब यूपी रोडवेज की डीजल और पेट्रोल से संचालित बसों की जगह इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। पहले चरण में अयोध्या समेत 14 परिक्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। जिसके बाद कई और रूटों पर भी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा।
बता दें कि शुरुआत में यात्री मुरादाबाद रीजन में नजीबाबाद डिपो से इलेक्ट्रिक बस से सफर करेंगे। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से लोगों को एक तो प्रदूषण से बड़ी राहत मिलेगी और दूसरा सफर पहले से और भी आसान बनेगा। वहीं, 2026 तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल बसें बंद करने की तैयारी हो रही है। एक बार चार्जिंग में इलेक्ट्रिक बस करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करती है। जिसको देखते हुए प्रदेश के 14 परिक्षेत्र में चार्जिंग इंस्टॉलेशन का काम शुरू कर दिया गया है। तमिलनाडु की कंपनी मैसर्स स्विच मोबिलिटी को चार्जिंग स्टेशन बनाने का जिम्मा दिया गया है।