
वाराणसी में अवैध कफ सिरप के कारोबार से जुड़े नेटवर्क पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई तेज हो गई है। जांच के दौरान ईडी ने ऐसे कई फर्जी पते और परिसर चिह्नित किए हैं, जहां कागजों में फर्में पंजीकृत थीं, लेकिन जमीनी हकीकत में वहां कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं चल रही थी। इन फर्जी फर्मों के जरिए बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित कफ सिरप का अवैध व्यापार किए जाने के संकेत मिले हैं।
ईडी की जांच में सामने आया है कि इन पते का इस्तेमाल केवल दस्तावेजों में लेनदेन दिखाने और धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा था। कई स्थानों पर न तो कार्यालय मौजूद थे और न ही वहां किसी प्रकार का स्टाफ या ढांचा पाया गया। इन फर्मों के नाम पर बैंक खाते खोलकर संदिग्ध लेनदेन किए गए, जिनकी कड़ियां अन्य राज्यों तक जुड़ी बताई जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी ने संबंधित दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजैक्शन को खंगालना शुरू कर दिया है। इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है और आगे कुर्की की कार्रवाई से इनकार नहीं किया गया है। ईडी की इस कार्रवाई से अवैध कफ सिरप के नेटवर्क से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। जांच आगे बढ़ने के साथ और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
