आईआईवीआर में मयूरभंज, उड़ीसा के किसानों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
ग्राफ्टिंग तकनीक, प्राकृतिक खेती, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, सब्जी बीज उत्पादन, पौधशाला प्रबंधन पर मुख्य ध्यान दिए जाने की आवश्यकता
वाराणसी – काशीवार्ता -रोहनिया जक्खिनी भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा किसानों के लिए उन्नत खेती को बढ़ावा देने और उन्हें नवीनतम जानकारी से अवगत कराने के लिए पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 05 अगस्त 2024 से 09 अगस्त 2024 तक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मयूरभंज उड़ीसा से आये 27 किसानों ने भाग लिया जिसमें 16 अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसान भी थे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आर्थिक सुरक्षा के लिए सब्जीयों के माध्यम से फसल विविधीकरण हेतु प्रशिक्षित किया गया जिसे जिला कृषि कार्यालय, मयूरभंज, उड़ीसा द्वारा प्रायोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक डॉ नागेंद्र राय के दिशा निर्देश में किया गया। इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. राजेश कुमार और डॉ. नीरज सिंह एवं सह-समन्वयक डॉ. के.के. गौतम एवं डॉ. राजीव कुमार थे। प्रशिक्षण मे खेती के विभिन्न पहलुओ को शामिल किया गया, जिसमें सब्जी फसलों की उन्नत खेती तकनीकियों, सब्जियों में ग्राफ्टिंग तकनीक, प्राकृतिक और जैविक खेती, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, सब्जी बीज उत्पादन, पौधशाला प्रबंधन शामिल था। इस दौरान इन्हें संस्थान एवं उन्नतिशील किसानों के प्रक्षेत्र तथा प्रसंस्करण प्रयोगशालाओं का शैक्षणिक भ्रमण भी कराया गया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों ने सीखी गई नई तकनीकों और फसल विविधीकरण के संभावित लाभों को लेकर उत्साह व्यक्त किया। कई किसानों को उम्मीद है कि इन तरीकों को अपनाने से उनके खेतों के लिए अधिक वित्तीय और दीर्घकालिक स्थिरता आएगी तथा गाँव के समग्र कृषि विकास में योगदान मिलेगा। समापन समारोह के अवसर पर निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय ने बताया कि भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने इस तरह के शैक्षिक कार्यक्रमों को जारी रखने की योजना बनाई है, ताकि किसानों को उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव लाने, उनके जीवन स्तर को बढ़ाने और क्षेत्र में कृषि विकास में योगदान देने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल विकास से सशक्त किया जा सके।