वाराणसी(काशीवार्ता)।वाराणसी में दवा विक्रेता समिति ने 22 अगस्त को बंद का समर्थन किया है, जो बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हिंसा के विरोध में आयोजित किया जा रहा है। इस दिन, वाराणसी जिले की सभी थोक और फुटकर दवा की दुकानें बंद रहेंगी। समिति ने सभी व्यापारी बंधुओं से आग्रह किया है कि वे इस बंद में सहयोग करें और इसे सफल बनाएं।
व्यापारी बंधुओं से विशेष रूप से अनुरोध किया गया है कि वे 22 अगस्त, गुरुवार को शाम 4 बजे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, सिगरा, वाराणसी में भारी संख्या में उपस्थित होकर जनाक्रोश पदयात्रा में शामिल हों। यह पदयात्रा बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के प्रति अपना विरोध दर्ज करने और उनके समर्थन में जनभावना को व्यक्त करने के लिए आयोजित की जा रही है।
हालांकि, समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकारी और निजी अस्पतालों के सामने स्थित दवा की दुकानें इस बंद से मुक्त रहेंगी, ताकि चिकित्सा सेवाओं में कोई बाधा न आए। यह निर्णय जनता की सुविधा और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की जरूरत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
इस बंद का उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न के प्रति जागरूकता फैलाना और उनके साथ एकजुटता व्यक्त करना है। व्यापारी समुदाय का इस बंद के प्रति समर्थन एक महत्वपूर्ण संदेश है, जो समाज के सभी वर्गों से इस मुद्दे के प्रति संवेदनशीलता और समर्थन की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
समिति ने यह भी अपील की है कि इस पदयात्रा को सफल बनाने के लिए सभी व्यापारी बंधु अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और इस महत्वपूर्ण अभियान का हिस्सा बनें।