वाराणसी (काशीवार्ता)। पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय को विगत दिनों बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अवार्ड से नवाजा गया था। लेकिन, कुछ चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ अस्पताल की गरिमा को धूलधूसरित करने पर पूरी तरह से आमादा हैं।
ऐसा ही वाकया अस्पताल परिसर में नजर आया। एक महिला अपनी मां को दिखाने अस्पताल में आई, चिकित्सक ने देखने के बाद मौजूद कर्मी ने उसे बताया कि अस्पताल की दवाओं के साथ ही बाजार की दवा भी लेना है। कर्मी ने मेडिकल स्टोर का नाम भी बताया।
महिला मेडिकल स्टोर पर न जाकर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से दवा लेकर चिकित्सक को दिखाने गई तो चिकित्सक ने दवा फेंक दिया और कहने लगे कि आपकी परेशानी हड्डी से संबंधित है, आप हड्डी के डॉक्टर को दिखाएं। महिला द्वारा यह कहने पर की आपने पहले क्यों नहीं बताया चिकित्सक व मौजूद कर्मी आपा खो दिए और महिला को कमरे से बाहर निकल जाने को कहा।
चिकित्सक के व्यवहार से नाराज महिला ने इसकी लिखित शिकायत मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह से करने के साथ ही एक्स पर पीएम मोदी, सीएम योगी, सीएमओ वाराणसी से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
खानपुर गाजीपुर निवासिनी आराधना पाण्डेय ने अपने शिकायती पत्र में स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि डॉ.पीके सिंह ने उसके साथ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और मेरे ऊपर राहुल मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीदने का दबाव बनाया।
दो चिकित्सकों का पैनल करेगा जांच
सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह ने कहा कि महिला का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। चिकित्सक से इस सम्बंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के उपरांत ही कोई कार्रवाई की जाएगी। कहा कि डॉ. आरएन सिंह व डॉ. केजे पाण्डेय को जांच सौंपी गई है जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे।