योगिनी एकादशी के व्रत में न करें ये गलतियां, नहीं तो जीवन में आ जाएगी परेशानियां!

आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि के दिन योगिनी एकादशी मनाई जाती है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए भक्त जन उनकी विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। योगिनी एकादशी को लेकर यह भी मान्यता है कि योगिनी एकादशी का विधि विधान के साथ व्रत रखने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। योगिनी एकादशी व्रत के कुछ नियम होते हैं। इस व्रत के को करने वाले व्यक्ति को कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। इसलिए योगिनी एकादशी व्रत करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

जुलाई 2024 में कब है योगिनी एकादशी व्रत
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 1 जुलाई की सुबह 10 बजकर 26 मिनट से आरंभ होगी और इसका समापन अगले दिन 2 जुलाई की सुबह 8 बजकर 34 पर होगा। इसलिए उदयातिथि के अनुसार, इस वर्ष योगिनी एकादशी 2 जुलाई 2024 को मनाई जाएगी और इसका व्रत भी 2 जुलाई को रखा जाएगा।

व्रत पारण का समय
एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के दौरान ही करना शुभ और मंगलकारी होता है और द्वादशी तिथि का समापन 3 जुलाई को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर होगा इसलिए योगिनी एकादशी के व्रत का पारण 3 जुलाई की सुबह 5 बजकर 28 मिनट से लेकर सुबह के 7 बजकर 10 मिनट के बीच करना शुभ रहेगा।

योगिनी एकादशी व्रत के दिन न करें ये काम
एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को लहसुन, प्याज आदि का सेवन नहीं करना चाहिए और ऐसे व्यक्ति को भूलकर भी मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। पूरी तरह से शाकाहारी जीवन बिताए और सिगरेट, शराब आदि हर तरह के नशे से दूर रहें, तभी एकादशी व्रत करना आपके लिए शुभ और कल्याणकारी साबित होगा। मान्यता है कि एकादशी के दिन साबुन और तेल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसलिए इस दिन न तो बाल धोएं और न ही बाल कटवाएं।

इस दिन नाखून भी नहीं काटने चाहिए। खासकर एकादशी व्रत के दिन सभी के प्रति प्रेम पूर्ण रहें और क्रोध या लड़ाई झगड़ा से बचें और न ही दूसरे की बुराई करें और न ही किसी का अपमान करें। एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को सभी के साथ प्रेम पूर्वक रहना चाहिए और मन में किसी के प्रति नफरत या जलन की भावना नहीं रखनी चाहिए। किसी भी प्रकार की हिंसा करने से बचना चाहिए और सभी जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।

TOP

You cannot copy content of this page