जिलाधिकारी व एडीसीपी महिला अपराध से चिकित्सक की शिकायत
महिला ने शिकायती पत्र में जांच से असंतुष्ट होना बताया, कहा चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई हो
वाराणसी (काशीवार्ता)। पं.दीनदयाल जिला अस्पताल में चिकित्सक द्वारा दुर्व्यवहार की जांच मामले में की गई लीपापोती से नाराज महिला जिलाधिकारी एस.राजलिंगम व एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी के पास लिखित शिकायत लेकर पहुंची। शिकायती प्रार्थना पत्र में महिला ने आरोप लगाया है कि डॉ.पी.के.सिंह द्वारा राहुल मेडिकल स्टोर से दवा लाने हेतु कहा गया। मैं जब प्रधानमंत्री जन-औषधि केंद्र से दवा लेकर दिखाने गई तो उन्होंने मेरे साथ बत्तमीजी की और मेरी मां का इलाज करने से इंकार किया। मेरे द्वारा सीएमएस से शिकायत किये जाने के बाद बनाई गई जांच कमेटी ने मेरे द्वारा सहयोग न करने और लिखित बयान देने के बाद भी जांच टीम ने चिकित्सक के पक्ष में रिपोर्ट दी।
वहीं जांच कमेटी ने मेरे लिखित बयान की अनदेखी करते हुए फर्जी रिपोर्ट तैयार कर दोषी चिकित्सक को पूरी तरह बचाने का प्रयास किया है। महिला ने स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि पं.दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के सीएमएस डॉ.दिग्विजय सिंह द्वारा जांच हेतु नियुक्त किसी भी चिकित्सकीय टीम द्वारा की जाने वाली जांच पर हमें अब भरोसा नहीं है। महिला आराधना पाण्डेय ने मामले की उच्चाधिकरी से निष्पक्ष जांच कराने व चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें कि महिला मरीज उर्मिला पाण्डेय की बेटी आराधना पाण्डेय ने 29 जून को डीडीयू के चिकित्सक डॉ.पी.के.सिंह के खिलाफ दुर्व्यवहार करने और जन औषधि की दवा फेक कर प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा लाने की शिकायत की थी।सीएमएस ने दो सदस्यीय टीम बनाकर मामले की जांच कराई। जिसमें चिकित्सक को मरीज से अच्छा व्यवहार करने की नसीहत देते हुए सीसी कैमरे की जद में चिकित्सक को ओपीडी में मरीज देखने की हिदायत दी गई। इससे असंतुष्ट महिला मरीज की बेटी आराधना पाण्डेय ने जिलाधिकारी एस.राजलिंगम व एडीसीपी महिला ममता रानी से लिखित शिकायत की। जिलाधिकारी ने एसडीएम राजस्व पिनाक पाड़ि द्विवेदी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी ने भी मामले की जांच महिला अधिकारी से कराने का आश्वासन दिया है।