वाराणसी(काशीवार्ता)। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मंगलवार को केन्द्रीय कारागार में बनाये गये बैरकों, भवनों, कौशलम केंद्र और अर्बन हाट का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदाई संस्था एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देकर अवशेष कार्य को शीघ्रता से 15 अक्टूबर तक पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
इस निरीक्षण के दौरान, यूपी राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर ने जिलाधिकारी को जानकारी दी कि कारागार के पुलिसकर्मियों के लिए बनाए गए आठ ब्लॉकों के 48 आवासों का स्ट्रक्चर कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि फिनिशिंग का कार्य अभी चल रहा है। इसमें प्लंबिंग, पेंटिंग और कोटिंग का कार्य भी जारी है। इसके अलावा, कैदियों के लिए 15 बैरकों का निर्माण चल रहा है, जिनकी कुल क्षमता 450 है, लेकिन वर्तमान में 270 की हैंड ओवर हो चुकी है।
जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर को मजदूरों की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया ताकि अवशेष कार्य को तेजी से पूरा किया जा सके। उन्होंने现场 जाकर मिस्त्री, लेबर, पेंटर और प्लंबिंग का कार्य कर रहे लोगों की संख्या की भी जानकारी ली। बैरकों के कमरों में जाकर खिड़की, दरवाजा, बाथरूम, बेसिन और टॉयलेट की व्यवस्था का जायजा लिया और प्लास्टर की गुणवत्ता की भी जांच की।
इसके बाद, जिलाधिकारी ने इंडियन इंस्टीट्यूट आफ हैंडलूम टेक्नोलॉजी के कैम्पस में बनाए गए कौशलम केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा अनुदानित सीएनसी, पेंट स्पैरो बूथ और प्लंबिंग आदि मशीनों के बारे में आईटीआई के प्रधानाचार्या से जानकारी प्राप्त की। साथ ही, उन्होंने कौशलम केंद्र के सामने निर्माणाधीन भवन की स्थिति का भी जायजा लिया।
अंत में, उन्होंने चौकाघाट स्थित गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल सभागार के पीछे बने अर्बन हाट का निरीक्षण किया। यहां, उन्होंने पर्यटन विभाग के डीडी को दुकानों की सफाई और कार्यदाई संस्था को रास्तों की साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एक मूर्तिकार ने जिलाधिकारी को मिट्टी की बनी बावला गणेश जी की मूर्ति भेंट की। इस निरीक्षण में जेल अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्र, जेलर अखिलेश कुमार, पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी और कार्यदाई संस्था के अभियंता मौजूद रहे।