लखनऊ(काशीवार्ता)।लखनऊ में स्ट्रीट लाइट की समस्याओं से परेशान होकर स्थानीय लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन किया। बुधवार की रात, बालू अड्डे के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, जिनका कहना था कि जोन एक के राजाराम मोहन राय वार्ड में 5,000 से अधिक घर अंधेरे में डूबे हुए हैं। इनका आरोप था कि स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब हैं और प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है।
बारिश के मौसम में अंधेरा खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे दुर्घटनाओं और अपराधों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटें न होने के कारण बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। स्कूली बच्चों को सुबह जल्दी उठकर अंधेरे में स्कूल जाना पड़ता है, जिससे उनके साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना हो सकती है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे एक बड़े जन आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। उनका कहना था कि प्रशासन को उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ स्ट्रीट लाइट का मामला नहीं है, बल्कि यह उनकी सुरक्षा और सुविधा का भी मुद्दा है।
स्थानीय अधिकारियों ने इस प्रदर्शन के बाद आश्वासन दिया है कि जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी टीम को तत्काल प्रभाव से तैनात किया जाएगा ताकि जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की जा सके और इलाके में रोशनी बहाल हो सके। हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे प्रशासन की बातों पर तब तक विश्वास नहीं करेंगे जब तक वास्तविक कार्रवाई नहीं होती। उनका कहना है कि वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, जब तक कि समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो जाता।