काशीवार्ता न्यूज़।उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें डेटिंग ऐप के जरिए लोगों को फंसाने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें पांच लड़कियां और तीन लड़के शामिल हैं। इस गिरोह का तरीका लोगों को डेटिंग ऐप के जरिए फंसाकर उनसे बड़ी रकम वसूलना था।
कैसे हुआ खुलासा?
घटना तब शुरू हुई जब एक युवक की एक लड़की से डेटिंग ऐप पर बातचीत हुई। लड़की ने उसे गाजियाबाद के एक कैफे में मिलने के लिए बुलाया। युवक जब कैफे में पहुंचा तो दोनों ने एक कोल्ड ड्रिंक ऑर्डर की। थोड़ी ही देर में युवक के सामने 17 हजार रुपए का बिल रखा गया, जिसे देखकर युवक हैरान रह गया। युवक ने इस बिल पर आपत्ति जताई तो लड़की और कैफे के स्टाफ ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। इस दौरान युवक को कैफे में बंधक बना लिया गया और उस पर 50 हजार रुपए का भुगतान करने का दबाव डाला गया।
युवक ने सूझबूझ से काम लेते हुए अपने एक दोस्त को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। उसके दोस्त ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कैफे में दबिश दी और युवक को मुक्त कराया। पुलिस ने मौके से गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जो इस पूरे जालसाजी में शामिल थे।
गिरोह का तरीका
जांच में पता चला कि यह गिरोह पहले भी कई लोगों को इसी तरीके से अपने जाल में फंसा चुका है। गिरोह की लड़कियां डेटिंग ऐप के जरिए लोगों से संपर्क करती थीं और फिर मिलने के बहाने बुलाकर धोखाधड़ी करती थीं। कैफे के स्टाफ के सहयोग से ग्राहकों से अत्यधिक बिल वसूला जाता था और फिर उन्हें धमकी देकर रकम देने पर मजबूर किया जाता था।
पुलिस की अपील
इस घटना के बाद पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें और किसी भी अनजान व्यक्ति से मिलने में सावधानी बरतें। पुलिस ने यह भी कहा है कि ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित किया जाना चाहिए ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
इस खुलासे ने लोगों के बीच डेटिंग ऐप्स के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी को लेकर जागरूकता बढ़ाई है। पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच कर रही है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।