दालमंडी चौड़ीकरण: तीसरे मकान का ध्वस्तीकरण शुरू, 13 दुकानों को खाली कराया गया

वाराणसी के दालमंडी इलाके में चौड़ीकरण योजना के तहत सोमवार सुबह फिर से कार्रवाई शुरू हुई. रविवार को पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में एक मकान को गिराया गया था और उसके भीतर स्थित 13 दुकानों को खाली कराया गया था. दुकानदारों ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने कार्रवाई जारी रखी और देर रात तक सभी दुकानें खाली कराई गईं. इसके अगले ही दिन मकान गिराने की प्रक्रिया तेज कर दी गई.

दालमंडी चौड़ीकरण योजना के लिए पीडब्ल्यूडी ने अब तक तीन मकानों की रजिस्ट्री पूरी कर ली है. इनमें से दो मकान पहले ही ध्वस्त किए जा चुके हैं. सोमवार को तीसरे मकान को गिराने की कार्रवाई शुरू की गई. यह मकान 1960 में बना लक्ष्मी कटरा भवन है. इस भवन के मालिक सुमन ओझा, पियूष ओझा, कंचन देवी, गुंजा मिश्रा और सोनी सिंह हैं. भवन मालिकों ने रजिस्ट्री पूरी होने के बाद मकान को गिराने की अनुमति दे दी है.

जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी कटरा भवन के मालिकों को लगभग 1 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए हैं. इस भवन में कुल 13 दुकानदार किराए पर व्यापार कर रहे थे. दुकानदारों का आरोप है कि उन्हें पहले से कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी गई और अचानक दुकानें खाली कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई. इसी कारण दुकानदारों ने रविवार को विरोध जताया, लेकिन पुलिस ने किसी की बात नहीं सुनी और कार्रवाई जारी रखी.

प्रशासन का कहना है कि दालमंडी चौड़ीकरण शहर में बेहतर यातायात और अव्यवस्थित निर्माण को हटाने की योजना का हिस्सा है. अधिकारियों ने बताया कि आगे भी खरीद और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी. सोमवार को शुरू हुई कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी भी प्रकार की बाधा न आए.

दालमंडी चौड़ीकरण इलाके में आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई जारी रहेगी.

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