साइबर थाने में पांच निरीक्षक, पांच उपनिरीक्षक व 10 आरक्षी की अतिरिक्त तैनाती
वाराणसी -(काशीवार्ता ) – साइबर फ्राड से बचाव के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने साइबर सुरक्षा जागरूकता सेल के गठन को निर्देश दिया है। साइबर सुरक्षा सेल की टीम रोजाना किसी ना किसी स्कूल में जाकर बच्चों को साइबर फ्राड से बचाव और सुरक्षा के बाबत जानकारी देगी। सोमवार को सीपी ने इस बाबत कैंप कार्यालय में बैठक की और रूपरेखा खींची। सीपी ने बताया कि साइबर अपराध में हो रही वृद्धि के मद्देनजर साइबर थाने में 05 निरीक्षक, 05 उप-निरीक्षक व 10 आरक्षी की अतिरिक्त नियुक्त गठित टीम रोजाना स्कूल में जाकर बच्चों को साइबर फ्राड से बचाव की देगी जानकारी।साइबर फ्राड में इस्तेमाल 3500 मोबाइल नंबर चिन्हित कर कराया गया ब्लॉक ।साथ उनकी हिस्ट्रीशीट खोलने का निर्देश दिया। सीपी ने बताया कि साइबर अपराध में प्रयुक्त होने वाले फोन नम्बरों को ब्लॉक करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है अबतक कमिश्नरेट पुलिस ने फ्रॉड के अपराध में पीड़ित पक्ष का पैसा वापस कराया जाने पर विशेष जोर दिया । साइबर अपराध के प्रत्येक मुकदमें के तह तक जायें और पूरे गैंग का पर्दाफाश करें। पकड़े गये साइबर अपराधियों के बारे में सम्बन्धित जिलों के पुलिस अधीक्षक को भी जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी ताकि उक्त जिलों की पुलिस भी ऐसे अपराधियों पर नजर बनाये रखे। सीपी ने बताया कि साल 2024 में अब तक 117 पंजीकृत अभियोगों में 63 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया व 5 करोड़ 35 लाख रूपये की रिकवरी की गयी। इस दौरान अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) श्रुति श्रीवास्तव, प्रभारी , साइबर क्राइम थाना व साइबर सेल प्रभारी मौजूद रहे।