विजयादशमी, जो शौर्य और वीरता का प्रतीक है, के पावन अवसर पर आज श्री काशी विश्वनाथ धाम में भव्य शस्त्र पूजन समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री विश्व भूषण ने इस समारोह को शास्त्रोक्त विधि से संपन्न किया।
विजयादशमी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर धर्म की स्थापना की। शस्त्र पूजन के माध्यम से हम शस्त्रों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं और उन्हें धर्म, सुरक्षा और सद्भावना के लिए उपयोग करने की प्रेरणा लेते हैं।
समारोह के दौरान, शास्त्रों की विधिपूर्वक पूजा की गई और उपस्थित जन समुदाय ने भारत की अखंडता और सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस आयोजन ने न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा, बल्कि समाज में एकता और जागरूकता का संदेश भी दिया।
इस प्रकार, विजयादशमी का यह पर्व सभी को प्रेरित करता है कि वे अपने जीवन में सच्चाई, धर्म और नैतिकता के मार्ग पर चलें।