वाराणसी (काशीवार्ता):
त्योहारों का मौसम शुरू होते ही यात्रियों की भीड़ में भारी बढ़ोतरी हो जाती है। लोग अपने घरों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए ट्रेनों का अधिक उपयोग करते हैं। ऐसे में जहां एक ओर जेबकतरों और चोर-उचक्कों की सक्रियता बढ़ जाती है, वहीं दूसरी ओर खानपान से जुड़े दुकानदार और स्टाल संचालक भी अधिक लाभ कमाने के चक्कर में खाद्य पदार्थों में मिलावट करने से बाज नहीं आते। यात्रियों को सुरक्षित, स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वाराणसी रेलवे प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है।
मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक प्रशांत पंसारे के नेतृत्व में रेलवे टीम ने सोमवार को कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में खाद्य पदार्थों की जांच के लिए कई स्टालों से नमूने एकत्रित किए। इस दौरान मां भवानी स्टाल, मेसर्स मां भवानी फूड इंटरप्राइजेज (प्लेटफार्म नंबर 8/9) तथा रेल कोच रेस्टोरेंट मेसर्स पूनम एंटरप्राइजेज (सर्कुलेटिंग एरिया) से छोला, सोयाबीन, सब्जी, समोसा और कचौड़ी सहित कई खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक के साथ प्रदीप कुमार और अमित कुमार भी मौजूद रहे। टीम ने साफ-सफाई की स्थिति, भंडारण व्यवस्था और खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की भी जांच की। सभी नमूनों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत सील कर प्रयोगशाला भेजा गया है, जहां इनकी जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
स्टेशन निदेशक अर्पित गुप्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। त्योहारों में यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण इस अवधि में खानपान की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही या मिलावट की संभावना को समाप्त किया जा सके।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जांच रिपोर्ट में किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलावट या गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो संबंधित फूड वेंडर और स्टाल संचालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उनके लाइसेंस को निलंबित करने तक की कार्रवाई भी की जा सकती है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से भी अपील की है कि वे स्टेशन या ट्रेनों में अस्वच्छ या संदिग्ध खाद्य पदार्थ न खरीदें और किसी भी प्रकार की शिकायत तुरंत हेल्पलाइन नंबर 139 या स्टेशन प्रबंधक कार्यालय में दर्ज कराएं। इस अभियान का उद्देश्य है कि त्योहारों में लाखों यात्रियों को सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध हो सके, जिससे उनका सफर न केवल आरामदायक बल्कि स्वस्थ भी रहे।