कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतसत्र के पहले दिन प्रदेश में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा और अपराधों पर चिंता जताते हुए सरकार से जवाब मांगा। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा में नियम 311 के तहत इन घटनाओं पर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा में लगातार वृद्धि को लेकर भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
आराधना मिश्रा ने कहा कि 13 अक्टूबर 2024 को बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए संघर्ष में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि 24 नवंबर 2024 को संभल जिले में सर्वेक्षण के दौरान हुए संघर्ष में चार लोग मारे गए और 30 पुलिसकर्मी घायल हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन घटनाओं में भाजपा की मिलीभगत है, और भाजपा सरकार अपने कुप्रबंधन को छिपाने के लिए चर्चा करने से बच रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से प्रदेश में असुरक्षा की भावना और भय का माहौल बन रहा है, जिसके परिणामस्वरूप जन आक्रोश बढ़ रहा है।
इसके अलावा, आराधना मिश्रा ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुई बच्चों की मौत पर भी सरकार से जवाब मांगते हुए, प्रदेश के अस्पतालों में सुरक्षा इंतजामों की कमी को लेकर सरकार की नाकामी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि घटनाओं से कोई सीख नहीं ली जा रही और सरकारी असफलता को छिपाया जा रहा है।