अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर सीएम योगी का संबोधन: “मां सीता की बार-बार अग्निपरीक्षा नहीं होनी चाहिए”

अयोध्या, 30 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव 2024 के अवसर पर अयोध्या के रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म के प्रति विश्वास और अयोध्या में हुए विकास कार्यों की चर्चा की। मुख्यमंत्री के संबोधन में अयोध्या से लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार का दर्द भी झलका। उन्होंने जनता से कहा कि मां सीता की बार-बार अग्निपरीक्षा नहीं होनी चाहिए और इस अभिशाप से निकलने का समय आ गया है।

अयोध्या को ‘अद्भुत, अनुपम, अलौकिक और अद्वितीय’ वर्ष

योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष को अयोध्या के लिए अद्भुत, अनुपम, अलौकिक और अद्वितीय बताते हुए 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम के जन्मभूमि पर विराजने के ऐतिहासिक क्षण को याद किया। उन्होंने कहा कि 500 वर्षों का इंतजार समाप्त हो चुका है और यह दीपोत्सव का पहला अवसर है जब रामलला अयोध्या में पुनः विराजमान हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह समय उन संतों और बलिदानियों के स्मरण का है जिनके त्याग से राममंदिर का सपना साकार हुआ है।

“हमने जो कहा वो करके दिखाया”

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 से पहले अयोध्या में बिजली, सड़क, घाट और मंदिरों की स्थिति खराब थी, लेकिन उन्होंने जो वादा किया उसे पूरा किया। उन्होंने जनता को याद दिलाया कि उनके पहले दीपोत्सव के दौरान लोग ‘योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो’ का नारा लगाते थे। उन्होंने कहा, “हमने केवल बातें नहीं कीं, बल्कि करके दिखाया।” राम की पैड़ी में सरयू जल को प्रवाहमान बनाने से लेकर अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बनाने तक के कार्यों को उन्होंने जनता के समक्ष रखा।

विकास और विरासत को साथ लेकर चलने का संकल्प

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विकास और विरासत को साथ लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में 31 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूरी या प्रक्रिया में हैं और फोर लेन सड़क, इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे कार्य अयोध्या की सुंदरता को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने इसे अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों पर भी लागू करने की बात कही।

“सनातन ने किसी का अहित नहीं किया, सबको गले लगाया”

मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म कभी किसी का अहित नहीं करता, बल्कि सबको गले लगाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग सेक्युलरिज्म के नाम पर सनातन धर्म पर कुठाराघात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भारत में नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहते हैं, लेकिन वे इसे सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मानवता और विकास के मार्ग में रोड़ा बनने वाले लोगों का वही हश्र होगा जो यूपी में माफिया का हुआ है।

राम और सनातन पर प्रश्न उठाने वालों का उत्तर

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे, वे वास्तव में हमारे पूर्वजों पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के फैसले के बाद अयोध्या में राममंदिर निर्माण का कार्य भारतीय लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो सनातन पर सवाल उठाते हैं, उन्हें अब समझ लेना चाहिए कि यह भारतीय संस्कृति और विश्वास के खिलाफ है।

अयोध्या की भव्यता को दिखाने का समय

दीपोत्सव के आठवें संस्करण पर उन्होंने इसे अत्यंत आह्लादित करने वाला क्षण बताते हुए कहा कि अब अयोध्या को दुनिया की सबसे सुंदर नगरी बनाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या को भव्य और दिव्य रूप देने के लिए अयोध्यावासियों को आगे आना होगा।

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