विधानसभा अध्यक्ष की मौजूदगी में हुई सर्वदलीय बैठक, सीएम ने मांगा सहयोग
लखनऊ, 15 दिसंबर: उत्तर प्रदेश में सोमवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सर्वदलीय बैठक की। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सदन में स्वस्थ और रचनात्मक चर्चा पर जोर दिया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से सदन के कुशल संचालन में सहयोग की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सभी जनप्रतिनिधि हैं। जनता के मुद्दों और उनकी समस्याओं पर सार्थक चर्चा करना हमारा दायित्व है। स्वस्थ चर्चा से ही प्रदेश के विकास कार्यों को गति मिलती है और जनता की समस्याओं का समाधान होता है। सदन को सुचारू रूप से चलाना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
सदन के संचालन में बाधा न बने, सभी दल दें सहयोग
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सदन लोकतंत्र का प्रमुख मंच है, जहां विचार-विमर्श से प्रदेश के विकास की दिशा तय होती है। उन्होंने सभी दलों से अपील की कि सदन के संचालन में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि सदन जितना अधिक समय तक चलेगा, उतना ही अधिक जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा संभव होगी।
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के समग्र विकास में सभी दलों की भूमिका अहम है। इसीलिए, हमें प्रदेश के विकास में योगदान देने के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए।” मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी राजनीतिक दल रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए सदन को प्रभावी ढंग से चलाने में मदद करेंगे।
सर्वदलीय बैठक में नेताओं की उपस्थिति
इस बैठक में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, कांग्रेस विधायक अनुराधा मिश्रा मोना, जनसत्ता दल के रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया और अनिल त्रिपाठी सहित अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य सभी दलों के बीच समन्वय स्थापित कर सदन के कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करना था। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने सभी नेताओं से मिलकर कार्यवाही को सकारात्मक बनाने की अपील की।