
लखनऊ, 15 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठंड के प्रकोप को देखते हुए निराश्रितों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए सड़कों पर उतरकर उनकी हालत का जायजा लिया। बुधवार रात मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ के विभिन्न रैन बसेरों का दौरा किया। उन्होंने वहां ठहरे लोगों का हालचाल पूछा और आवश्यकताओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री का पहला पड़ाव मिल कॉलोनी का रैन बसेरा था। यहां उन्होंने ठहरे लोगों से आत्मीय संवाद किया और उनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने लक्ष्मण मेला रोड स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। इन रैन बसेरों में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए लोग ठहरे हुए थे। इनमें कुछ लोग डॉक्टर को दिखाने आए थे, तो कुछ अन्य कार्यों से लखनऊ पहुंचे थे। सीएम योगी ने उनसे बातचीत कर यह सुनिश्चित किया कि वहां किसी भी तरह की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में बिस्तरों और कंबलों की व्यवस्था हो। साफ-सफाई और भोजन की आपूर्ति का विशेष ध्यान रखने को भी कहा। उन्होंने यह भी कहा कि किसी जरूरतमंद को भोजन की कमी न होनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से जरूरतमंदों में कंबल और भोजन वितरित किया। रैन बसेरों में ठहरे लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर वे अभिभूत हैं। उनका कहना था कि जब योगी जी खुद उनकी देखभाल कर रहे हैं, तो किसी भी समस्या की संभावना नहीं है।
मुख्यमंत्री ने रैन बसेरों के बाहर भी जरूरतमंदों को भोजन और कंबल वितरित किया। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार हर जरूरतमंद की मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर रैन बसेरे में व्यवस्थाएं दुरुस्त हों और किसी भी व्यक्ति को ठंड में बाहर रात बिताने पर मजबूर न होना पड़े। मुख्यमंत्री के इस कदम की सभी ओर सराहना हो रही है। यह उदाहरण है कि प्रशासनिक प्रमुख स्वयं आगे बढ़कर जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट संदेश गया है कि सरकार ठंड के मौसम में किसी भी व्यक्ति को निराश्रित नहीं रहने देगी। रैन बसेरों में हर प्रकार की व्यवस्था का ध्यान रखा जाएगा, ताकि कोई भी जरूरतमंद खुद को असहाय न महसूस करे।